देश के स्वदेशी तौर पर विकसित पहले कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन के छह से 12 साल के बच्चों में नैदानिक परीक्षण के लिये मंगलवार (15 जून) को यहां एम्स में नामांकन शुरू होगा।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीएसआईआर और लक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड को कोविड-19 मरीजों पर कोलचीसीन दवा के क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी दे दी है।
DCGI ने स्पुतनिक-वी के निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को मंजूरी दे दी है। मालूम हो कि भारत में रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी बनाने के लिए सीरम ने डीसीजीआइ से ट्रायल लाइसेंस की अनुमति मांगी थी। डीसीजीआई की मंजूरी के बाद सीरम भारत में स्पुतनिक-वी का निर्माण कर सकेगा।
डॉ. वीके पॉल ने बताया कि '2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन (COVAXIN) के क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अनुमति मिल गई है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित एंटी-कोरोना वायरस 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) दवा सोमवार (17 मई) को सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉन्च की जाएगी।
DCGI की मंजूरी के बाद देशभर में Covaxin ट्रायल 525 स्वस्थ बच्चों पर किया जाएगा। ट्रायल के लिए बच्चों को वैक्सीन की 2 डोज दी जाएगी, पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28वें दिन दी जाएगी।
भारत बायोटेक ने भारतीय औषधी नियामक को पत्र लिखकर स्वदेशी रूप से विकसित कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के उपयोग की अवधि को छह से 24 महीने बढ़ाने का आग्रह किया है।
जायडस का दावा है कि Pegylated Interferon Alpha 2b (Verifin) दवा 18 वर्ष के अधिक के हल्के लक्षण वाले मरीजों पर असरदार साबित हुई है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से होने का दावा करने वाले कुछ ऑनलाइन जालसाज आपके साथ कोरोना वैक्सीन के नाम पर धोखीधड़ी कर सकते हैं।
कोरोना वैक्सीन के लिए को-विन ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जानिए क्या है पूरा प्रासेस।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रविवार (3 जनवरी) को बड़ी खबर मिल सकती है। नए साल में डीसीजीआई अंतिम फैसला लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दे सकता है।
दिल्ली महिला आयोग ने मंगलवार को कहा कि उसने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे राजकुमार चौहान के पश्चिम विहार स्थित आवास से सोमवार रात उनकी बेटी को मुक्त कराया है।
'कोवैक्सीन' को भारतीय जैव चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित एवं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा उत्पादित कोविड-19 के संभावित टीके का मानव पर तीसरे चरण का चिकित्सकीय परीक्षण सोमवार को पुणे के सरकारी ससून जनरल अस्पताल में शुरू हुआ।
कोरोना जैसी महामारी में भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जिस्मफरोशी का गोरख धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसा ही एक सेक्स रैकेट का दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस की मदद से भंडाफोड़ किया है।
भारत के दवा नियामक ने ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के उस दावे के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें उसने कथित रूप से 'मित्या दावा' किया था कि कोविड-19के ऐसे मरीजों के इलाज में फैबीफ्लू का इस्तेमाल किया जा रहा है जिन्हें दूसरी बीमारियां भी हैं।
मुंबई में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने कल रात रेमेडिसवियर की कालाबाजारी में शामिल एक रैकेट का भंडाफोड़ कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जैव प्रौद्योगिकी कंपनी बायोकॉन की बायोजॉलिक दवा इटोलिजूमैब (Itolizumab) का प्रयोग कोविड-19 के मरीजों के इलाज में करने की भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गयी है।
रेमडेसिविर एक मात्र दवा है, जिसे यूएसएफडीए ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति दी है।
सोशल मीडिया पर अपमानजक एवं उकसाने वाली चीजें बढ़ने के बीच दिल्ली महिला आयोग ने फेसबुक, ट्विटर, टिकटॉक और इंस्टाग्राम को नोटिस जारी किया है।
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