सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने शिक्षा ऋण को ब्याज मुक्त करने की घोषणा की है। इस जानकारी को सीएम नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर साझा किया है।
पीएम-विद्यालक्ष्मी एजुकेशन लोन में ब्याज दर आम शिक्षा ऋण के मुकाबले कम है। लोन चुकाने की अवधि 15 साल है।
बैंक के इस फैसले के बाद यह लोन उन उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध है जो भारत भर में 860 चिन्हित गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा संस्थानों (क्यूएचईआई) में मेरिट के आधार पर प्रवेश हासिल करते हैं।
क्रेडिट स्कोर नहीं होने वाले छात्र ज्वाइंट लोन या कोलेट्रल लोन पर विचार कर सकते हैं। अच्छे क्रेडिट हिस्ट्री वाले के साथ ज्वाइंट एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई कर आसानी से लोन लिया जा सकता है।
Education Loan: कोर्स पूरा होने के 1 साल बाद तक एजुकेशन लोन में रिपेमेंट की जरूरत नहीं होती है। कुछ कर्जदाता विदेश में पढ़ाई के लिए वीजा मिलने से पहले ही कर्ज का कुछ अमाउंट दे देते हैं।
Education Loan में लचीली पुनर्भुगतान अवधि होती है। आप 15 साल की अवधि तक भी अपना लोन चुका सकते हैं।
Education Loan: कोर्स पूरा होने के 1 साल बाद तक एजुकेशन लोन में रिपेमेंट की जरूरत नहीं होती है। कुछ कर्जदाता विदेश में पढ़ाई के लिए वीजा मिलने से पहले ही कर्ज का कुछ अमाउंट दे देते हैं।
एजुकेशन लोन लेते समय फीस, हॉस्टल फीस, लैपटॉप और किताब-कॉपी के खर्चों को जरूर जोड़ें। जुकेशन लोन लेते हैं तो पढ़ाई खत्म होने के 1 साल बाद लोन चुकाना शुरू कर दें।
हायर एजुकेशन करने की सोच रहे छात्रों के लिए अब पैसा बाधा नहीं बनेगी। केंद्र सरकार ने पीएम विद्यालक्ष्मी स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत आसानी से पढ़ाई खर्च के लिए बैंक लोन देंगे।
योजना के तहत 7.5 लाख रुपये तक के लोन अमाउंट के लिए छात्र बकाया डिफॉल्ट के 75% की क्रेडिट गारंटी के लिए भी पात्र होगा। इससे बैंकों को योजना के तहत छात्रों को एजुकेशन लोन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसी सप्ताह मंगलवार को पेश बजट में मॉडल कौशल ऋण योजना को संशोधित रूप में पेश किये जाने की घोषणा की थी। इस उपाय से हर साल 25,000 छात्रों को मदद मिलने की उम्मीद है।
अगर आप अपने कॉलेज की फीस नहीं दे पा रहे हैं और पढ़ने के ललक है तो आप अपने नजदीकी बैंक के पास जाकर एजुकेशन लोन के बारे में बात कर सकते हैं। एजुकेशन लोन कैसे मिलता है आइए यहां जानते हैं?
Education Loan vs Saving: आप स्टूडेंट हैं या पैरेंट्स। खुद की शिक्षा या फिर अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बेहतर एजुकेशन की चाहत आपके अंदर जरूर होगी। ऐसे में अगर आप ये सोच रहे हैं कि अपना सेविंग खर्च कर के बजाय लोन लेना सही है या नहीं, तो आपके इसी सवालों के जवाब को इस खबर में देने जा रहा हूं।
जून 2022 में प्रकाशित इस पत्र में कहा गया कि भारत में करीब 90 फीसदी शिक्षा ऋण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देते हैं।
Hyderabad News: छात्र ने फीस भरने के लिए अपने माता-पिता से एक लाख रुपये लिए थे। इसके अलावा, उसने भारतीय स्टेट बैंक से 1.10 लाख रुपये का एजुकेशन लोन भी लिया।
Education loan: कई बार सही समय पर पैसे के प्रबंध नहीं होने के चलते अच्छे स्टूंडेट्स (Students) एवरेज बनकर रह जाते हैं। एजुकेशन लोन (Education loan) आपकी शिक्षा में खर्च होने वाली रकम को पूरा करता है, जिसे बाद में आप नौकरी करने के साथ जमा कर देते हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने 2 दिनों तक शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। लोगों के आक्रोश के बाद ही शिकायत दर्ज कराई गई थी। इंस्पेक्टर ने पीड़ितों से कहा था कि वे आरोपी से समझौता कर बातचीत करें। इस बीच, मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अगर आपने भी हायर एजुकेशन के लिए लोन लिया है तो आपको उसका भुगतान करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अपने बच्चे की शिक्षा के लिए कहां निवेश करें और निवेश में वृद्धि कैसे होगी इसका फैसला करने से पहले, यहां कुछ कारक हैं जिनपर हमेशा ध्यान देना चाहिए
देशभर में SBI के 43 करोड़ से ज्यादा खाते हैं और बैंक अपने ग्राहकों को होमलोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन, गोल्ड लोन और एजुकेशन लोन जैसी तमाम तरह की सुविधाएं देता है। ऐसे में जानना जरूरी है कि अलग-अलग लोन पर SBI कितना ब्याज लेता है
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