कोरोना के दौर को पीछे छोड़ते हुए लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं, लंबी दूरी के सफर कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ लोगों ने 24 दिसंबर को भी किया और रिकॉर्ड बना दिया।
टोल प्लाजा पर अब फास्टैग की जगह ANPR कैमरा सिस्टम लेने वाला है जो किसी भी गाड़ी के नंबर प्लेट को स्कैन कर बैंक अकाउंट से पैसे कट कर लेगा। अब नई गाड़ियों में भी जीपीएस वाले नंबर प्लेट लगाने की बात चल रही है।
FASTag की मदद से टोल टैक्स आसानी से भरा जाता है। क्या आपको पता है कि यह कैसे काम करता है? इसका बैलेंस कैसे चेक करते हैं और रिचार्ज करने के लिए क्या करना चाहिए? यहां जानिए अपने सभी सवालों के जवाब।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार टोल प्लाजा की जगह स्वचालित ’नंबर प्लेट पहचान प्रणाली’ के उपयोग के लिए ’पायलट प्रोजेक्ट’ पर काम कर रही है।
Toll Tax: टोल प्लाजा पर 2018-19 के दौरान वाहनों का औसत प्रतीक्षा समय आठ मिनट था। फास्टैग की शुरुआत के साथ 2020-21 और 2021-22 के दौरान वाहनों के लिए औसत प्रतीक्षा समय घटकर 47 सेकेंड हो गया है।
FASTag Scam: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में गाड़ी साफ करने वाला एक छोटा ला लड़का शीशा साफ करता दिखाई पड़ता है और उसके हाथ में एक स्मार्ट वॉच भी है।
इस वीडियो को देखकर हर कोई यह पूछ रहा है कि आखिर वीडियो की सच्चाई क्या है? यह वीडियो धड़ाधड़ शेयर हो रहा है। क्या वाकई ऐसा मुमकिन है?
पायलट प्रोजेक्ट बीते साल अक्टूबर से चल रहा है। इन पंप पर आने वाले कई ग्राहक बिना कार का शीशा नीचे किए पेमेंट कर इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं
शुरुआत में सिर्फ टोल प्लाजा पर भुगतान के लिए शुरू किए गए फास्टैग का दायरा अब काफी बड़ा हो गया है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक तीनों टोल पर दोनों तरफ 8-8 लेन में फास्टैग की सुविधा मिलेगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के निर्देश पर यात्रियों को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए फास्टैग की 6-6 लेन और बढ़ाने का फैसला किया गया है।
यह साझेदारी एचपीसीएल रिटेल आउटलेट्स पर आईडीएफसी फस्र्ट बैंक फास्टैग्स का उपयोग करने वाले 50 लाख वाहन चालकों के लिए फास्टैग की खरीद और उपयोग को सुविधाजनक बनाती है।
पीपीबीएल ने डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह के हवाले से एक बयान में कहा, ‘‘ ग्राहकों को समाधान प्रदान करने को लेकर डीएमआरसी के डिजिटलीकरण प्रयास में यह एक और कदम है।
भारत इस समय कोविड 19 की दूसरी लहर से बाहर निकलकर दोबारा खड़े होने की कोशिश कर रहा है।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने अपने फास्टैग ग्राहकों के लिए बड़ा ऐलान किया है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए खुशखबरी है। देश के इस पहले एक्सप्रेसवे पर 15 जून से फास्टैग की सुविधा शुरू हो जाएगी।
वस्तु एवं सेवा कर यानि GST की चोरी अब मुश्किल हो जाएगी। सरकार ने जीएसटी से जुड़े E-way बिल को FasTag, RFID से लिंक कर दिया है।
जीएसटी कर के तहत 28 अप्रैल, 2018 से व्यापारियों और ट्रांसपोटरों को पचास हजार रुपये से अधिक मूल्य का सामान की अंतरराज्यीय बिक्री और खरीद पर ईवे-बिल बनाना और दिखाना अनिवार्य है।
अगर आप भी FASTag का इस्तेमाल करते है तो यह खबर आपके लिए ही है। NHAI ने FASTag App को लेकर दी बड़ी जानकारी दी है। FASTag App का इस्तेमाल कर आपको क्या फायदा हो सकता है NHAI ने उसके बारे में जानकारी साझा की है।
फास्टैग के माध्यम से दैनिक शुल्क संग्रह एक मार्च 2021 से 16 मार्च 2021 तक 100 करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
आने वाले एक साल में संभव है कि आपको हाइवे पर एक भी टोल नाके न मिलें। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सड़क परिवहन मंत्रालय हाइवे पर नई व्यवस्था ला रहा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़