दावा किया जा रहा है कि काशी में मंदिर तोड़े जाने के बाद यहां शहर में आंदोलन शुरु हो गया है और अलग-अलग इलाके में लोग जुलूस निकले रहे हैं। इतना ही नहीं जिन जगहों पर मंदिर पर बुल्डोजर चला है वहां जाकर कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिंगापुर के संचार एवं सूचना मंत्री एस ईश्वरन और भारत से यहां पहुंचे पुजारियों ने 148 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर में पुन : प्रतिष्ठा का कार्य आरंभ किया। इस दौरान करीब 10,000 श्रद्धालु यहां मौजद रहे।
30 दिनों तक चले सिंहस्थ कुंभ के दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्घालुओं ने महाकाल के दर्शन किए। श्रद्घालुओं से महाकाल के खजाने में 10 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
सोने के आयात को कम करने के लिए मोदी सरकारी की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम पर श्रद्धालुओं की भावना भारी पड़ रही है। मंदिर सोना जमा कराने से बच रहे हैं।
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