रिजर्व बैंक ने 2021-22 के दौरान सीपीआई मुद्रास्फीति 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। 2022-23 की पहली तिमाही के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
रेटिंग एजेंसी 'फिच' ने कोरोना वायरस महामारी के कारण वित्त वर्ष 2020-2021 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 5.6 प्रतिशत से कम कर 5.1 प्रतिशत किया।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2018 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को 7.3 प्रतिशत पर स्थिर रखा है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) ने आज कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के दो अस्थायी झटकों के बाद इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज हो सकती है जबकि चीन की वृद्धि रफ्तार धीरे धीरे कम होने की संभावना है।
डी बियर्स को उम्मीद है कि भारत में उसके सभी ब्रांडों की वृद्धि दर दस प्रतिशत से अधिक रहेगी। भारत के आर्थिक वातावरण में सुधार से कंपनी इसकी उम्मीद कर रही है।
पेरिस के शोध संस्थान आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने 2016-17 के लिए भारत की ग्रोथ दर के अनुमान को घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है।
संपादक की पसंद