जिनपिंग सरकार ने गलवान में 40 से ज्यादा सैनिकों की मौत को छिपाया जिससे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व दिग्गजों और मौजूदा जवानों के बीच इस कदर नाराजगी बढ़ती जा रही है कि वो कभी भी सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर सकते हैं।
भारत के कड़े रुख ने चीन के होश ठिकाने लगा दिए हैं। चीन ने पहले भारत की दोस्ती देखी थी, स्वागत देखा था और अब गुस्सा देख रहा है। पहले दूरसंचार विभाग ने चीन को अपने प्रोजेक्ट से अलग किया, फिर रेलवे ने अपने आप को चीन से अलग किया।
भारत और चीन की सेनाओं ने मंगलवार को करीब 12 घंटे की कमांडर स्तरीय वार्ता में प्राथमिकता के साथ जल्द, चरणबद्ध और क्रमिक तरीक से तनाव घटाने पर जोर दिया। सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बताया है।
भारत और चीन के बीच जारी सीमा पर तनाव से इतर अब चीनी निवेश को लेकर बहस छिड़ गई है। पिछले कुछ दिनों में देश में चीनी निवेश और चीनी कंपनियों के खिलाफ गुस्सा बढ़ा है।
इस महीने में ये तीसरा मौका है जब दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत हो रही है। खास बात ये है कि ये बैठक भारतीय क्षेत्र चुशूल में आयोजित की जा रही है। अब तक की पिछली दो बैठकें चीनी पक्ष में मोल्डो में हुई थी।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच दोनों देशों में कोर कमांडर लेवल की मीटिंग कल मंगलवार (30 जून) को सुबह साढ़े दस बजे चुशूल के सामने मॉलडो में होगी।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प कैसे शुरू हुई, आखिर कैसे 10-10 चीनी सैनिकों पर भारत का एक-एक जांबाज भारी पड़ा। उसकी इनसाइड स्टोरी बताया पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने।
तेल विपणन कंपनियों को कश्मीर घाटी में एलपीजी सिलेंडरों की दो महीने की आपूर्ति का स्टॉक रखने का निर्देश देने संबंधी एक सरकारी आदेश को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समाचार एजेंसी ANI ने इंटरव्यू किया है। इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह ने देश में कोरोना वायरस की स्थिति और चीन के साथ भारत के तनाव पर भी सरकार का रुख रखा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी के आरोपों पर करारा पलटवार किया है। शाह ने राहुल को संसद में चर्चा करने की चुनौती दी है।
भारत ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए बीजिंग को जिम्मेदार ठहराते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि चीन मई के शुरू से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बड़ी संख्या में सैनिक और युद्ध सामग्री जुटा रहा है तथा चीनी बलों का आचरण पारस्परिक सहमति वाले नियमों के प्रति पूर्ण अनादर का रहा है।
ग्लोबल टाइम्स ने स्वीकार किया है लद्दाख में हिंसक झड़प में 20 से कम चीनी सैनिक मारे गए हैं मगर शी जिनपिंग सरकार ने इस बारे में अभी तक चुप्पी नहीं तोड़ी है।
कांग्रेस ने लद्दाख के गतिरोध वाले इलाकों में चीनी सैनिकों की गतिविधियां बढ़ने से जुड़ी खबरों की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को सरकार पर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया और सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक के दौरान एवं देश के समक्ष सही तथ्य नहीं रखे?
एलएसी पर भारतीय सेना पूरी मुस्तैदी से देश की एक-एक इंच ज़मीन की हिफाजत कर रही है और जब तक चीन का आखिरी सैनिक, आखिरी पोस्ट, आखिरी तंबू, आखिरी हथियार बहुत पीछे नहीं चला जाता तब तक भारतीय सेना पीछे नहीं हटेगी।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने लेह पहुंचकर सैनिकों से मुलाकात की। आर्मी चीफ ने उन घायल सैनिकों से भी मुलाकात की जो LAC पर चीन के साथ हुई झड़प में घायल हो गए थे।
कमांडर्स लेवल की बातचीत के बाद चीन झुक गया है। कल की बातचीत में दोनों देशों के बीच तनाव कम करने पर सहमति बनी है और जिन प्वाइंट को लेकर टेंशन है, उनसे दोनों सेनाएं पीछे हटेंगी।
अमेरिका के एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी सासंद ने भारत की सीमा पर चीन की हालिया अक्रामक गतिविधियों की निंदा करते हुए चीन से अपील की कि वह तनाव बढ़ाने वाली ‘धृष्टता की राह’ को छोड़ कूटनीति को अपनाए।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत से लगती सीमा पर तनाव ‘‘भड़काने’’ और रणनीतिक दक्षिण चीन सागर में सैन्य तैनाती को लेकर चीनी सेना की आलोचना की है और चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को ‘‘शरारती’’ तत्व करार दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यह कहने के बाद कि भारतीय जमीन पर कोई विदेशी घुसपैठ नहीं है, चीन ने एक बार फिर केंद्र शासित लद्दाख के गलवान घटी पर अपना दावा किया है।
भारत के साथ एलएसी पर तनाव बढ़ाने के लिए अमेरिका ने चीन को बेहद सख्त चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा है की चीन ने भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ा दिया है और अगर उसका यही रुख रहा तो हमें उसके बारे में दूसरी तरह से सोचना होगा।
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