जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए सेना का अभियान जारी है। इस बीच डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर में सेना के कैप्टन के शहीद होने की खबर है।
दिल्ली पुलिस ने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी पर अभद्र टिप्पणी के मामले में FIR दर्ज कर ली है। बता दें के NCW ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।
शहीद अंशुमान के पिता रवि प्रताप ने कहा कि वे अपनी बहू स्मृति के व्यवहार से दुखी हैं। शहीद के पिता ने अपनी बहू स्मृति पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। रवि प्रताप ने कहा कि उनका बेटा शहीद हुआ लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला है। सम्मान और अनुग्रह राशि दोनों बहू लेकर चली गई है।
सियाचीन में अपने साथियों की जान बचाने के लिए खुद को न्यौछावर कर देने वाले कैप्टन अंशुमन सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी और मां ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से ये सम्मान प्राप्त किया। आइये जानते हैं कैप्टन अंशुमन सिंह की वीरता के बारे में...
भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की लड़ाई साल 1999 में लड़ी गई। भारत को इस युद्ध में जीत मिली और पाकिस्तान को हार। इस लड़ाई को जीतने में निर्णायक भूमिका निभाई कैप्टन विक्रम बत्रा ने। चलिए बताते हैं विक्रम बत्रा के पराक्रम की कहानी।
सियाचिन में तैनान शहीद कैप्टन अंशुमन सिंह पिछले साल 19 जुलाई को शहीद हुए थे। रक्षा अलंकरण समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके मरणोपरांत उनकी पत्नी स्मृति सिंह को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को उनके अदम्य साहस और असाधारण वीरता के लिए वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विभिन्न सुरक्षा बलों में शहीदों को मिलने वाले मुआवजे को लेकर बड़ा फैसला लिया है। शहीद होने पर माता-पिता अपने बच्चे और सहारे को खो देते हैं। अब मंत्रिमंडल ने फैसला किया है कि कुल आर्थिक सहायता का 50 प्रतिशत शहीदों के माता-पिता को दिया जाएगा।
आतंकी मुठभेड़ में अपनी शहादत देने वाले शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह का बेटा कबीर आज भी अपने पिता को वॉयस मैसेज भेजता है और जिद करता है कि एक बार बस वीडियो कॉल कर लो। उसे अबतक जिंदगी और मौत की सच्चाई नहीं पता।
संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को सेवा के दौरान कर्तव्य निर्वहन करते हुए अपनी जान गंवाने वाले भारत के शांतिरक्षक धनंजय कुमार सिंह को प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र पदक से सम्मानित किया।
हादसा उस समय हुआ जब सेना के जवान एलओसी के पास गश्त कर रहे थे। इस दौरान एक जवान का पांव बारूदी सुरंग यानी लैंड माइन पर पड़ा जिसके बाद धमाका हुआ। बताया जा रहा है दोनों जवानों की हालत गंभीर है।
छत्तीसगढ़ के कांकेर में गुरुवार को नक्सलियों ने एक बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस नक्सली हमले में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। वरिष्ठ अधिकारी ने इस बाबत बताया कि गश्त करने के दौरान यह धमाका नक्सलियों ने किया।
इस कठिन घड़ी में शहीद शुभम गुप्ता के परिवार से मिलने और उन्हें सांत्वना देने के लिए सैकड़ो लोगों का उनके घर पर आवागमन जारी है। सांसद, विधायक, नेताओं से लेकर आम जन तक शहीद शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं।
दिवाली पर कैप्टन शुभम गुप्ता की अपने छोटे भाई ऋषभ, मां और पिता से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। परिवार वाले उनके घर आने का इंतजार कर रहे थे। इधर पिता बसंत गुप्ता शुभम की शादी की तैयारियों में लगे थे।
छत्तीसगढ़ में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण की वोटिंग खत्म कराकर मतदान दल के साथ लौट रहे आईटीबीपी के हेड कांस्टेबल जोगिंदर कुमार नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। शहीद जवान का आज जम्मू-कश्मीर के सांबा में उनके पैतृक गांव में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के हौसले बुलंद हैं। आतंकियों ने वेलू क्रालपोरा में एक हेड कांस्टेबल को उनके घर के पास ही गोली मार दी। इस आतंकी हमले में हेड कांस्टेबल शहीद हो गए हैं। मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
शहीद अग्निवीर जवान अक्षय लक्ष्मण सियाचिन में तैनात थे। अग्निवीर बनने के बाद उनकी पहली तैनाती भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में हुई थी। इस बाबत भारतीय सेना और फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने ट्विटर पर ट्वीट कर जवान के शहीद होने पर संवेदना व्यक्त की है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपदा में पुलिसकर्मियों की भूमिका का जिक्र किया और तारीफ करते हुए कहा कि विभिन्न पुलिस बल के जवानों ने आपदा प्रबंधन में दुनियाभर में नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी कर्मियों के कल्याण के लिए समर्पित है।
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार से ही सेना के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस बीच एक और जवान के शहीद होने की खबर सामने आई है। इसी के साथ इस एनकाउंटर में अबतक कुल 4 जवान शहीद हो चुके हैं।
अनंतनाग में आतंकवादियों से हुए एनकाउंटर में मेजर और कर्नल समेत जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी शहीद हो गए थे। आज दोपहर बाद मेजर और कर्नल का शव उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
संपादक की पसंद