तबलीगी जमात के मुखिया और दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज मामले में आरोपी मौलाना साद ने जाकिर नगर स्थित अबू बकर मस्जिद में जूमे की नमाज अदा की।
तबलीगी जमात के विदेशियों पर बड़ा खुलासा सामने आया है। तबलीगी जमात में आए सैकड़ों विदेशियों के पासपोर्ट गायब हैं। दिल्ली पुलिस के दस्तावेज के मुताबिक 943 में से उसे कुल 746 विदेशी पासपोर्ट या पहचान पत्र अब तक मिले हैं।
दिल्ली क्राइम ब्रांच आज तबलीगी जमात के मरकज में आए 83 विदेशी जमातियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल करेगी। साकेत कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल होगी। इनमें 20 देशों के नागरिक हैं। इस बीच क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के 5 करीबियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए है।
तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के 5 करीबियों के पासपोर्ट क्राइम ब्रांच ने जब्त कल लिए है। अबत जबतक मामले की जांच चल रही है तब तक कोई भी आरोपी इनमें से देश के बाहर नहीं जा पाएगा।
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद पर शिकंजा कसता ही जा रहा है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, मौलाना साद और निजामुद्दीन में स्थित मरकज से जुड़े कुल 32 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।
यदि तबलीगी जमात के लोगों ने वायरस के सुपर स्प्रेडर के रूप में काम नहीं किया होता, तो कोरोना से संक्रमण के ज्यादातर मामलों से बचा जा सकता था।
मौलाना साद के वकील का कहना है कि अभी तक मरकज और मौलाना साद को कुल 3 नोटिस 91 crpc के तहत दिए गए है। हमने 2 नोटिस का जवाब पहले ही दे दिया था, कल रात को तीसरे नोटिस का भी जवाब दे दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के करीबियों से हवाला और फॉरेन फंडिंग को लेकर पूछताछ की।
30 दिनों के लॉकडाउन के लागू होने के बाद वायरस का प्रसार बहुत तेजी से नहीं हुआ है, लेकिन मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर जैसे हॉटस्पॉट्स में मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।
देश भर में कोरोना वायरस के कैरियर बने तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की ससुराल अब कोरोना से संक्रमित पाई गई है।
शामली जिला पुलिस के मुताबिक, "गुरुवार सुबह के वक्त कांधला कोतवाली में पहुंची दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम एक कार में सवार थी। एक ड्राइवर के अलावा दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के पांच अधिकारी और कर्मचारी मौजूद टीम में मौजूद थे।।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ के मौलाना की तलाश में जुटी दिल्ली पुलिस आज उत्तर प्रदेश के शामली पहुंची है।
सुन्नी मुस्लिम धर्म प्रचारक संगठन तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कंधालवी मार्च महीने में धारा-144 लगने के बावजूद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीग के वैश्विक मरकज में एक बड़ा धार्मिक आयोजन करने के बाद विवादों में हैं।
तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर एफआईआर की एक प्रति की मांग की है और कहा है कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बाद अब तबलीगी जमात के मौलान साद कंधलवी पर इनकम टैक्स ने भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
मौलाना साद के खिलाफ बड़ा एक्शन हुआ है। ईडी ने मौलाना साद के खिलाफ PMLA के तहत मामला दर्ज किया है।
तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से कुछ की कोरोना वायरस से मौत हो जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मुहम्मद साद कंधालवी की तलाशी के बीच उसके दो करीबी रिश्तेदारों में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है।
मौलाना मो. साद कांधलवी और उनके चार-पांच सहयोगियों के खिलाफ एफआईर दर्ज होने से बाद से मंगलवार (14 अप्रैल) वो पहला दिन रहा, जब मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच का परिंदा भी पर मारने इलाके में नहीं फटका।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम को आशंका है कि, ऐन वक्त पर मौलाना मो. साद पुलिस का सामना करने से बचने के लिए कई बहाने बना सकता है। मसलन, वो अभी तुरंत होम कोरोंटाइन से बाहर निकला है।
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