यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के खाताधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है।
एक साल के लिए एमसीएलआर 8 प्रतिशत से घटकर अब 7.90 प्रतिशत होगी। बैंक ने अपने बयान में कहा है कि नई दरें 10 दिसंबर से प्रभावी होंगी।
सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सभी परिपक्वता अवधि के ऋण पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत तक कटौती करने की शुक्रवार को घोषणा की।
प्राइवेट क्षेत्र के बड़े एचडीएफसी बैंक ने विभिन्न अवधि के लिए अपने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट यानी 0.10 फीसदी की कटौती की है।
सार्वजनिक क्षेत्र के करीब आधा दर्जन बैंकों ने अपने ऋण की ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है।
वित्त वर्ष 2019-20 में एमसीएलआर में यह छठवीं बार कटौती की गई है।
एक साल के एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट), जिससे सभी रिटेल लोन की ब्याज दर लिंक्ड हैं, को पहले के 8.25 प्रतिशत से घटाकर 8.15 प्रतिशत कर दिया गया है।
देश में दूसरे नंबर के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी सभी परिपक्वता के ऋण की ब्याज दरों में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। बैंक ने सीमांत लागत पर आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) वाले सभी परिपक्वता अवधि के कर्जों पर ब्याज दर में यह कटौती है।
रेपो दर (जिस पर आरबीआई बैंकों को नकदी एक दिन के लिए उधार देता है) घट कर 5.40 प्रतिशत पर आ गई है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाद शुक्रवार को बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, आंध्र बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, केनरा बैंक आदि ने कर्ज की मानक ब्याज दरों में 0.10 से 0.30 प्रतिशत तक की कटौती करने की घोषणा की।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती करने के बाद देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को तोहफा दिया है। एसबीआई ने सभी अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 0.15 प्रतिशत घटायी है।
आईसीआईसीआई बैंक ने अपने ऋणों के लिए ब्याज की मानक दर 0.10 प्रतिशत कम करने की सोमवार को घोषणा की।
इस कटौती के बाद बैंक की एक साल के ऋण पर एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत से घटकर 8.45 प्रतिशत हो गई है।
इस नए नियम के लागू होने के बाद जहां एक ओर रिटेल लोन सस्ते होंगे, वहीं सेविंग एकाउंट पर मिलने वाले ब्याज में कमी आएगी।
भारतीय स्टेट बैंक ने 30 लाख रुपए तक के होम लोन की ब्याज दर में 10 आधार अंकों की कटौती की है।
पीएनबी ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि यह कटौती एक मार्च 2019 से प्रभावी होगी। एक साल के कर्ज पर ब्याज दर 8.55 प्रतिशत से कम कर 8.45 प्रतिशत कर दी गई है।
महंगाई की मार झेल रहे आम-लोगों पर अब महंगी ब्याज दरों की मार पड़ने वाली है। 1 अक्टूबर से देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नई ब्याज दरें लागू कर दी हैं।
फिक्स दरों पर लिए लोन के अलावा अन्य सभी लोन पर MCLR मे बदलाव का असर पड़ता है
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की संशोधित दरें 14 सितंबर 2018 से लागू होंगी
HDFC बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 7 सितंबर से बढ़ी हुई दरें लागू हो गई है
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