सिंधिया ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, आईटी मंत्रालय, राज्य सरकार और केन्द्र के साथ मिलकर हमलोग आंकड़ों का विश्लेषण करेंगे और पूरे देश के लिए मॉडल विकसित करेंगे।
ल्यूपिन लगभग 140 देशों और क्षेत्रों में दवा का व्यावसायीकरण करना चाहती है, जिसमें टीबी से सबसे ज्यादा पीड़ित देश शामिल हैं।
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने एक नेक काम किया है। जिसके लिए हर कोई उनकी जमकर तारीफ कर रहा है। कपल ने एक मासूम बच्चे की जान बचाने में सहायता की है।
यह संक्रमण म्यूकोर मोल्ड के संपर्क में आने से आता है और यह साइनस, मस्तिष्क और फेफड़े को प्रभावित करता है तथा इससे जान भी जा सकती है।
कंपनी ने कहा है कि डीसीजीआई ने इस टेबलेट इवेजाज को घरेलू और विदेशी बाजारों में भेजने की अनुमति दे दी है।
एक तरफ जहां आम आदमी को कोरोना की दवाई के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई नेता मरीजों तक दवा को पहुंचाने में मदद भी कर रहे हैं।
एफडीए द्वारा मंजूर 8000 दवाओं की सूची में से 10 औषधीय रासयनिक अणुओं की पहचान की और उन पर अपने भागीदारों के साथ बेंगलुरु में आगे अनुसंधान शुरू किया।
भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस पर अंकुश लगाने के लिए सस्ता इलाज का विकल्प समय की जरूरत है।
आयुष मंत्रालय ने कोरोना मरीजों के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली 7 आयुर्वेदिक दवाओं की लिस्ट जारी की है। मंत्रालय ने यह लिस्ट ऐसे में समय में जारी की है जब भारत कोरोना वायरस से बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहा है।
सरकार ने मार्च 2025 तक पीएमबीजेके की संख्या 10,500 करने का लक्ष्य रखा है। जिससे गरीबों की सस्ती दवाओं तक पहुंच आसान हो। 15 सितंबर 2020 तक देशभर में 6,606 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं।
बर्नस्टीन ने कहा कि शीत भंडार गृहों की श्रृंखला तथा कुशल श्रम की कमी दो बड़ी चुनौतियां होने वाली हैं। यदि यह भी मानकर चलें कि क्रियान्वयन की गति पहले की तुलना में दो गुना होगी, तब भी सरकारी कार्यक्रम के अमल में आने में 18 से 20 महीने लगेंगे।
लखनऊ जेल के 100 से अधिक कैदी गलत दवा खाने के कारण बीमार हो गए हैं। इनमें से 22 कैदियों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कोरोना संक्रमितों के इलाज के दौरान गंभीर मरीजों को दी जानेवाली एंटी वायरल दवाओं की कालाबाजारी करनेवाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
कोविड-19 के इलाज के लिए रूस द्वारा एंटीवायरल दवा एवीफेविर को मंजूरी दिया जाना भारत के लिये अच्छी खबर है क्योंकि यह इंफ्लुएंजा दवा पर आधारित है जो यहां उन्नत नैदानिक परीक्षण के चरण में है।
उत्तर प्रदेश में अब आम लोग घर बैठे ही मोबाइल फोन की मदद से अपने शहर के डॉक्टरों से सलाह और इलाज प्राप्त कर सकेंगे।
पीएम ने कहा कि जब विश्वभर के नेता कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच सहायता मुहैया कराने के लिए भारत और उसके लोगों का धन्यवाद करते हैं, तो मुझे गर्व महसूस होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि दुनियाभर के देश भारत के इस प्रयास के लिए देश का धन्यवाद कर रहे हैं।
दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज अमेरिका में ही हैं और सबसे ज्यादा मौतें भी यहीं हुईं हैं। ऐसे में एक दवा अमेरिका के लिए उम्मीद बनकर उभरी है।
भारत दुनिया भर में सप्लाई होने वाली हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन के 70% का उत्पादन करता है।
भारत ने पिछले साल 22.5 करोड़ डॉलर मूल्य के एपीआई का निर्यात किया था। भारत हर साल 3.5 अरब डॉलर मूल्य का एपीआई आयात करता है।
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