देश का ऑनलाइन रिटेल (खुदरा) बाजार 2022 तक चार गुना बढ़कर 73 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।
बियानी ने कहा कि ऑनलाइन खुदरा कारोबार की बाजार हिस्सेदारी कम है पर इसकी लागत अधिक है
वित्त वर्ष 2015-16 में फ्लिपकार्ट को रोजाना 14 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कंपनी ने कुशल श्रमिक और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए खूब पैसा खर्च किया।
भारत में ऑनलाइन एग्रीगेटर जैसे फ्लिपकार्ट और स्नैपडील को बड़ी कंपनी बनने और मुनाफा कमाने में अभी 10 साल का समय और लगेगा।
सबसे ज्यादा एक्टिव अमेरिकन हेज फंड्स टाइगर ग्लोबल भारतीय ऑनलाइन फैशन का एक प्रमुख स्टेकहोल्डर बन गया है।
सर्च इंजन गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में ई-कॉमर्स बाजार से बिकने वाली वस्तुओं का सकल वस्तु मूल्य 2020 तक 60 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है।
संपादक की पसंद