दिल्ली एनसीआर क्षेत्र प्रदूषण से बेहाल है। हर रोज क्षेत्र का AQI खतरनाक लेवल पर रह रहा है। ऐसे में विकराल होती स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। इस बीच प्रदूषण को लेकर एक जरूरी डेटा सामने आया है।
दिल्ली और नोएडा में प्रदूषण ने लोगों की हालत खराब कर दी है। क्षेत्र में प्रदूषण के कारण लगातार धुंध देखने को मिल रही है। दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले दो दिन तक बंद रखने का ऐलान कर दिया है।
राजधानी दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं, जहां की हवा बेहद खराब होने के करीब पहुंच गई है। सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए कई जगजों पर एंटी स्मॉग गन लगाकर पानी का छिड़काव करवाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान भी आज से शुरू हो रहा है।
दिल्ली में ठंड के दस्तक देते ही वायु प्रदूषण का स्तर बिगड़ने लगता है। इस बार भी ऐसा ही होता हुआ दिख रहा है। कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर ख़राब स्थिति में पहुंच चुका है। इसके साथ ही अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी का पॉल्यूशन लेवल कम होता नहीं दिख रहा है। लगातार धुंध से दिल्लीवासी परेशान हैं। खासतौर पर सांस और अस्थमा के मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है। राजधानी में कई जगह एक्यूआई 400 से ज्यादा है, जो गंभीर श्रेणी में आता है।
दिल्ली-NCR में एअर क्वालिटी और खराब हो गई है। लगातार कई दिनों से प्रदूषित हवा के कारण आम लोगों के साथ ही अस्थमा, सांस के मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह दिक्कत खत्म नहीं होने वाली, बल्कि आने वाले 6 दिनों में प्रदूषण का स्तर और गिरेगा।
Weather Update: राजधानी दिल्ली में ठंड और बढ़ेगी। 21 नवंबर के बाद राजधानी में अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज होने की संभावना जताई गई है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने दिल्ली में एकाएक ठंड बढ़ा दी है।
Air Pollution in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली की हवा फिर से बेहद खराब की स्थिति में पहुंच गई है। शनिवार को दिल्ली में ओवर ऑल AQI 346 दर्ज किया गया। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से एक डिग्री कम 12.6 डिग्री दर्ज किया गया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि GRAP के चरण-4 के तहत लागू पाबंदियां हटाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूल 9 नवंबर से फिर से खुलेंगे।
कमिशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट ने कहा है कि ग्रैप-4 की पाबंदियां काफी सख्त हैं। इनका असर बड़ी संख्या में इंडस्ट्री और लोगों पर पड़ता है। इससे ज्यादा पाबंदियां ग्रैप के तहत नहीं है, इसलिए इन्हें लंबे वक्त तक नहीं लगाया जा सकता।
Delhi-NCR Pollution: दिल्ली और इससे सटे आस-पास के इलाके में हवा की गुणवता लगातार बिगड़ती जा रही है। दिल्ली में आज रविवार को AQI 399 दर्ज किया गया। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 5वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए हैं। इसके अलावा दिल्ली में कमर्शियल निर्माण कार्य भी रोक दिए गए हैं।
Air Pollution: इस समय देश की राजधानी दिल्ली समेत नोएडा की हवा में ज़हर घुला हुआ है। जिसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। खासकर लोगों को सांस लेने में बहुत ज़्यादा तकलीफ हो रही है। ऐसे में प्रदूषण के कहर से बचने के आप इन बेहतरीन ड्रिंक्स का सेवन कर सकते हैं।
Pollution: प्रदूषण का ज़्यादा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। ऐसे में अपनी श्वांस प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए इन आसान उपाय को अपनाएं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार रविवार की शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में 459 पर दर्ज किया गया था।
एक दिन पहले शुक्रवार को 427 के साथ एक्यूआई 'गंभीर' हो गया था। पीएम10 प्रमुख प्रदूषक बना हुआ है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों के दौरान बारिश होने से इसमें कुछ कमी आ सकती है।
पिछले सप्ताह भी लगातार दिल्ली में AQI बेहद खराब श्रेणी में था। रविवार को दिल्ली का AQI 256 दर्ज किया गया था। जबकि सोमवार को AQI का लेवल 256 यानी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था।
सर्वेक्षण के दौरान दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, गाजियाबाद एवं फरीदाबाद के 34000 से अधिक लोगों से जवाब मिले। इनमें 66 फीसदी प्रत्युत्तरदाता पुरूष एवं 34 फीसदी महिलाएं थीं। सर्वेक्षण में उनसे पिछले सप्ताह दिल्ली-एनसीआर में वायु की गुणवत्ता गंभीर होने के बाद उनके सामने उत्पन्न हुई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के बारे में पूछा गया था।
किसानों का बड़ा वोट बैंक है, जो किसी भी नेता को कोई ठोस कदम लेने से रोकता है। पराली जलाने वालों के खिलाफ दिखाने के लिए मामले तो दर्ज किए जाते हैं लेकिन सियासत में होने वाले नुकसान को न होने देने के लिए पर्यावरण को नुकसान होने दिया जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के पीएम 2.5 में पराली की हस्सेदारी 36 प्रतिशत रही, जो इस मौसम में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। सफर के संस्थापक परियोजना निदेशक गुफरान बेग ने कहा, "पटाखों के कारण उत्पन्न उत्सर्जन की वजह से दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के उच्च स्तर तक गिर गई है, जबकि पराली जलाने से हुए उत्सर्जन का हिस्सा आज 36 प्रतिशत पर पहुंच गया है।"
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार को सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू किया।
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