वित्त वर्ष 2020-21 में घरेलू बचत 23.29 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। उस वर्ष कोविड-19 की दूसरी लहर आई थी। हालांकि, उसके बाद से इसमें गिरावट जारी है। इसके बाद यह 2021-22 में यह 17.12 लाख करोड़ रुपये और 2022-23 में 14.16 लाख करोड़ रुपये पर आ गई।
वित्त वर्ष 2020-21 में परिवारों की शुद्ध बचत 23.29 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। परिवारों का बैंक ऋण भी इन तीन वर्षों में दोगुना होकर 2022-23 में 11.88 लाख करोड़ रुपये हो गया।
अप्रैल-दिसंबर, 2023 के दौरान कुल जमाओं में जो बढ़ोतरी हुई, उसमें सावधि जमाओं की हिस्सेदारी लगभग 97.6 प्रतिशत थी। आरबीआई ने आगे कहा कि ज्यादा ब्याज दर वाली कैटेगरी में धनराशि जमा की जा रही है।
पैसा बचाते समय सबसे जरूरी यह है कि बचत के लिए निर्धारित पैसे को न छूने की दृढ़ इच्छा शक्ति का इस्तेमाल करें। एक और अच्छी रणनीति यह है कि अपने परिवार के सदस्यों को अपनी बचत की आदत में शामिल करें।
PPF एक सुरक्षित सरकारी योजना है। इसकी मदद से आप लंबी अवधि में आसानी से एक करोड़ से अधिक का फंड जमा कर सकते हैं।
सिर्फ विवाहित जोड़े और कम से कम एक बच्चा मिलकर हिन्दू अविभाजित फैमिली क्रिएट कर सकते हैं। एचयूएफ को क्रिएट करने के लिए, फैमिली के कर्ता या प्रमुख को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को एक शपथ-पत्र देना होता है।
नौकरीपेशा लोग रिटायरमेंट के बाद भी बेहतर जीवन के लिए वह पहले से प्लान करते हैं। वहीं इस दौरान वह भविष्य के लिए निवेश करते हैं, लेकिन निवेश कहां करना है इसकी जानकारी किसी को नहीं होती है, आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
SBI अपनी वीकेयर स्पेशल FD स्कीम पर लोगों को मुनाफा कमाने का मौका दे रही है। और यह स्कीम अब बहुत जल्द बंद होने वाली है। SBI की वीकेयर स्पेशल FD स्कीम में निवेश करने की आखरी तारीख 31 मार्च 2023 है।
अगर आपने अपनी अभी तक अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग नहीं की है तो आपको LIC की एक खास स्कीम के बारे में जरूर जानना चाहिए। इस स्कीम का नाम है- प्रधानमंत्री वय वंदन योजना।
इन बचतकर्ताओं के लिए यह लंबे इंतजार पर मिली जीत है। इसके लिए वे लोग काफी समय से परेशान चल रहे थे। आइए जानते हैं कि उन्हें इससे कितना फायदा मिलेगा?
Money Mantra: निवेश आरंभ करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति को समझना बेहद आवश्यक होता है। यदि आप पर भारी ब्याज दर का कोई कर्ज है तो पहले उसे उतार दें और अपने चार-छह महीने के खर्च के बराबर राशि अपने बचत खाते में रख लें।
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कुल पारिवारिक वित्तीय संपत्तियां तथा लघु बचत 6,93,001.8 करोड़ रुपये रही, वहीं कर्ज 2,48,418.7 करोड़ रुपये रहा है
नौकरी छूटने, वेतन में कटौती या फिर वेतन के भुगतान में देरी जैसी वजहों से परिवारों की बचत पर बुरा असर देखने को मिला है। सर्वे में शामिल 68 फीसदी लोगों ने बचत मे गिरावट की बात मानी है।
बचत को लेकर पुरूषों के मुकाबले महिलाएं कुछ ज्यादा ही सतर्क होती हैं। एक सर्वे के अनुसार करीब 58 प्रतिशत महिलाएं अपना पैसा मियादी जमा या लोक भविष्य निधि में जमा करना चाहती हैं।
आज (1 जुलाई 2019) से देश में ये नियम बदल जाएंगे, जिनका आपकी जेब पर सीधा असर असर होगा।
घरेलू बचत दर वित्त वर्ष 2012 से 2017 के दौरान 23.6 प्रतिशत से गिरकर 16.3 प्रतिशत पर आ गयी है
आधार से जुड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्रणाली शुरू होने के बाद से सरकार को इस साल 31 मार्च तक 90,000 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई है। भारत विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कान्त ने कहा किस प्रकार प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना के जरिए सरकार 83,000 करोड़ रुपए की बचत करने में कामयाब रही है।
नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी से करदाताओं का दायरा बढ़ा है तथा घरेलू बचत में भी इजाफा हुआ है।
स्कीम ते तहत कम से कम 1000 रुपए के बॉन्ड खरीदे जा सकते हैं और निवेश 7 साल के लिए करना होगा। यह सेविंग बॉन्ड 10 जनवरी से मिलना शुरू हो जाएंगे
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