सेंट्रल रेलवे ने कबाड़ बेचकर करोड़ों रुपये की कमाई की है। एक साल में रेलवे ने कबाड़ से 17.58 करोड़ रुपये कमा लिए हैं। जानें पूरी डिटेल्स-
जीरो स्क्रैप मिशन के तहत स्क्रैप का निपटान अभियान चलाया जा रहा है। सभी मंडलों और कारखानों में पड़े बेकार स्क्रैप आइटम को इकट्ठा कर बेचकर जा रहा है और बड़े स्तर पर राजस्व की प्राप्ति की जा रही है।
उत्तर रेलवे जीरो स्क्रैप स्थिति हासिल करने के लिए 'मिशन मोड' में कार्यरत है और इस वित्तीय वर्ष में अब तक का सर्वाधिक स्क्रैप बिक्री रिकॉर्ड स्थापित करने की ओर अग्रसर है।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारतीय रेलवे ने 'स्वच्छ रेल' अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत रेलवे कई कदम उठा रहा है। इसी के तहत मध्य रेलवे द्वारा जीरो स्क्रैप मिशन चलाया जा रहा है। इससे रेलवे का कबाड़ भी कम हो रहा है और अतिरिक्त कमाई भी हो रही है।
गडकरी ने कहा कि कच्छ के कांडला बंदरगाह के साथ भावनगर का अलांग जहाज तोड़ने का केंद्र भारत के दक्षिण-पूर्व एशिया का कबाड़ पुन:चक्रीकरण केंद्र बनने के सपने को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2020-21 में अबतक की सबसे अधिक स्क्रैप की बिक्री की है।
गडकरी के मुताबिक नई नीति से भारत 5 सालों में वाहन निर्माण का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा
मारुति सुजुकी टोयोट्सू इंडिया द्वारा नोएडा में स्थापित संयंत्र पहला है और पूरे भारत में ऐसे अन्य संयंत्रों को स्थापित किया जाएगा।
भारतीय रेलवे ने स्क्रैप बेचकर अपने खजाने में एक बड़ी धनराशि जोड़ी है। रेलवे की तरफ से एक आरटीआई आवेदन के जवाब में जारी ब्यौरे के अनुसार, विभाग ने बीते 10 सालों में स्क्रैप (कबाड़) से 35,073 करोड़ रुपए की आमदनी की है।
पुराने वाहनों को सड़कों से हटाने की बहुप्रतीक्षित वाहन कबाड़ नीति को प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई।
एयर इंडिया हवाईअड्डों पर कबाड़ में घिरे पड़े अतिरिक्त स्थान को खाली करने की योजना पर काम कर रहे हैं और कबाड़ बेचकर पैसे भी कमाएगी
केंद्रीय कैबिनेट ने आठवीं कक्षा तक के छात्रों को फेल नहीं करने की नीति खत्म करने को आज मंजूरी दे दी।
भारत में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सोने का इंपोर्ट घटकर आधा रह सकता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता बाजार है।
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