शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाने का विशेष महत्व है। लोग इस दिन खीर बनाकर चंद्रमा की रात में रख देते हैं। परंतु इस बार शरद पूर्णिमा के दिन साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। आइये जानते हैं ऐसे में शरद पूर्णिमा के दिन खीर को लेकर किन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा।
30 साल बाद शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहे चंद्र ग्रहण के साथ गजकेसरी योग का भी निर्माण हो रहा है। जो 4 राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ है।
इस बार शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है, जिस वजह से लोग असमंजस में हैं कि खीर बनाया जाए या नहीं। अगर बनाया जाए तो उसे खुले आकाश में कब रखें।
Happy Sharad Purnima 2022 Wishes Images, Quotes: शरद पूर्णिमा के अवसर पर इन मैसेज, तस्वीरों और कोट्स जरिए अपने करीबियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं। आइए जानते हैं
Sharad Purnima Kheer Recipe: आज हम आपको बताएंगे खीर बनाने की सबसे आसान और स्वादिष्ट रेसिपी के बारें में। आइए जानते हैं।
Sharad Purnima 2022: आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
शरद पूर्णिमा की रात को दूध, चावल की खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखें। अगली सुबह ब्रह्ममुहूर्त में श्री विष्णु को उस खीर का भोग लगाएं। फिर प्रसाद के रूप में परिवार के सब सदस्यों में बांटे। ऐसा करने से मन और मस्तिष्क शुद्ध रहता है। साथ ही पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है।
शरद पूर्णिमा की रात ज्योतिष के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन कुछ खास उपाय करके आप कई परेशानियों से निजात पा सकते हैं।
शरद पूर्णिमा की रात को दूध, चावल की खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखने का विधान है। जानिए कारण और खीर बनाने की सिंपल रेसिपी।
शरद पूर्णिमा की रात बड़ी ही खास होती है। इस रात को चांद की रोशनी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। जानिए इस दिन कैसे करें मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा।
आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और शनिवार का दिन है। पूर्णिमा तिथि रात 8 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। शनिवार को शरद पूर्णिमा है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आज का पंचांग।
आचार्य इंदु प्रकाश के दिन शरद पूर्णिमा के साथ सिद्ध योग भी है। ऐसे में कुछ खास उपाय करके महालक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं। जानिए इन उपायों के बारे में।
शरद पूर्णिमा के दिन चांद की रोशनी में खीर रखने का अधिक महत्व है। मान्यता है कि इस खीरा का सेवन करने से हर रोग से मुक्ति मिलती है। आप भी घर पर टेस्टी खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखें।
हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का खास महत्व है। मान्यतों के अनुसार शरद पूर्णिमा के दौरान अगर आप व्रत रखते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। शरद पूर्णिमा का दूसरा नाम कोजागरी पूर्णिमा भी है।
एक दिन चांद को देखे बिना पानी तक नहीं पी सकते और दूसरे दिन चांद को देखना तक मना है।
श्रीमद्भागवत के दशम स्कन्द में रास पंचाध्यायी में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा इसी शरद पूर्णिमा को यमुना पुलिन में गोपिकाओं के साथ महारास के बारे में बताया गया है। जानिए क्या है इसके पीछे का कारण...
17 साल बाद ऐसा होगा जब शरद पूर्णिमा में अद्भुद संयोग बन रहा है। इस दिन सवार्थ सिद्ध और यायीजयद योग बन रहा है। जिसके कारण इस दिन पूजा करना बहुत ही माना जा रहा है। जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा के बारें में...
आमतौर पर ये दूध और चावल से बनती है। जिसे सभी बड़े ही चाव से खाना पंसद करते है। अगर आप भी खीर बनाना चाहते है, तो इस बार कुछ नया ट्राई करें। जी हां इस बार ट्राई करें केसरी खीर। जिसमें केसर डालकर बहुत ही स्वादिष्ट खीर बनाई जाती है। जानिए
रुवार, 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस पूर्णिमा की रात में चंद्र अपनी 16 कलाओं के साथ दिखाई देगा। शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का काफी अधिक महत्व बताया गया है। जानिए मां लक्ष्मी की पूजा करने की विधि और कथा के बारें में...
अगर आप भी चाहते है कि मां भी आपके ऊपर अपनी कृपा बरसाएं। जिससे कि आपके सभी काम हो और आपका भाग्य चमक जाएं, तो इस दिन रात के समय इस मंत्र का जाप करें।
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