समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में गठबंधन होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है।
समाजवादी पार्टी से अलग होकर नयी पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने सपा-बसपा के गठबंधन पर हमला करते हुए रविवार को कहा कि सीबीआई के डर से यह गठजोड़ तैयार हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह मुलायम से PSP के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह करेंगे।
अपर्णा यादव ने कहा कि शिवपाल ने अपनी अलग पार्टी जरूर बना ली हो लेकिन उनकी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से कोई नाराजगी नहीं है और वह आज भी इसी पार्टी के विधायक हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि पीएम मोदी का सीना 56 इंच का होगा लेकिन कोई दम नहीं है। आज देश कर्ज और कब्जे से दबा हुआ है। देश पर 51304 अरब का कर्ज है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि उसने देश को कमजोर किया है और वह लोकसभा चुनाव में सियासी फायदा लेने के लिये दंगा भड़काना चाहती है।
हैरत तब हुई, जब मुलायम निकट ही स्थित सपा मुख्यालय की ओर रवाना हुए और वहां कार्यकर्ताओं को आगामी लोकसभा चुनाव जीतने का मंत्र दिया।
राजभर ने दावा किया कि अगर भाजपा ने वायदे के मुताबिक पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की तो लोकसभा के आगामी चुनाव में वह उत्तर प्रदेश में भाजपा का खाता नहीं खुलने देंगे।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिवपाल यादव को वह बंगला अलॉट किया है जो कभी मायावति के पास होता था
शिवपाल यादव ने पिछले महीने सपा से नाता तोड़कर समाजवादी सेकुलर मोर्चा का गठन किया है। वह पहले ही 2019 में प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
लाल, पीले और हरे रंग के इस झंडे में एक तरफ शिवपाल की तो दूसरी तरफ बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की तस्वीर है। ये झंडे सोमवार को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से सैफई के लिए निकले शिवपाल और उनके काफिले की सभी 10 गाड़ियों में देखे गए।
भाजपा प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा, जिन व्यक्तियों ने उन्हें अखिलेश को पाल-पोसकर राजनीति में खड़ा किया, उन्हीं से अखिलेश को खतरा हो गया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपना इंदौर दौरा रद्द कर दिया है।
पत्रकारों ने मुलायम से उनके भाई शिवपाल द्वारा गठित नए संगठन समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के बारे में पूछा था।
इसके पहले भी शिवपाल ने अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा था कि हम चाहते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़े, डेढ़ साल से सड़क पर हूं लेकिन पार्टी ने कोई ज़िम्मेदारी नहीं दी है।
शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर चुनाव लड़े, डेढ़ साल से सड़क पर हूं लेकिन पार्टी ने कोई ज़िम्मेदारी नहीं दी है|
रामगोपाल के चले जाने के बाद शिवपाल ने मंच से अपने संक्षिप्त सम्बोधन में कहा कि सपा और यादव परिवार में कोई झगड़ा नहीं है और ना ही कभी था।
बता दें कि बीएसपी के समर्थन से जीत के बाद कल अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात की और उनका धन्यवाद किया। बुधवार रात इन दोनों के बीच करीब एक घंटे की बातचीत हुई।
शिवपाल आगे बढ़े मंच पर खड़े दूसरे लोगों से बात की और फिर अखिलेश ने उन्हें इशारा कर कुर्सी पर बैठने को कहा। इस बीच एक मंच पर अखिलेश और शिवपाल को देखकर समर्थकों का जोश भी दोगुना हो गया।
शिवपाल ने कहा कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में उनका मुकाबला भाजपा से होगा...
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