अमेरिकी दूतावास ने भारतीय छात्रों के लिए रिकॉर्ड संख्या में वीजा जारी करते हुए उन्हें बधाई दी कि उन्होंने उच्च अध्ययन के जरिये अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अमेरिका को चुना।
अमेरिका ने अपने देश में आने के लिए इस देश के लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल, इस पश्चिमी एशियाई देश के लोग जल्द ही बिना वीजा के अमेरिका जा सकेंगे। अमेरिका अभी 40 देशों को तीन महीने के लिए बिना वीजा के अमेरिका आने की अनुमति देता है।
वहीं इस मसले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कनाडा इस ममाले में राजनीति कर रहा है और निज्जर की हत्या को लेकर अब तक उसने भारत के साथ कोई भी जानकारी साझा नहीं की है। इसके अलावा हमने वाहन रह रहे कई आतंकियों को लेकर जानकारी साझा की है लेकिन उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
कनाडा को उसी लहजे में जवाब देने के लिए मोदी सरकार ने बेहद सख्त एक्शन लिया है। कनाडा के एक शीर्ष राजनयिक को भारत से निष्कासित करने के बाद अब सरकार ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
ब्रिटेन जाने का सपना देखने वाले लोगों के लिए पीएम ऋषि सुनक ने बढ़ा झटका दिया है। ब्रिटेन सरकार ने आगंतुओं समेत छात्रों के वीजा शुल्क में भी बढ़ोत्तरी का ऐलान कर दिया है। इससे ब्रिटेन में रहकर पढ़ाई करना किसी भी देश के छात्रों के लिए और महंगा हो जाएगा।
अमेरिका ने निकारगुआ के 100 से अधिक अधिकारियों का आनन-फानन में वीजा रद्द कर दिया है। इससे सनसनी फैल गई है। आरोप है कि अमेरिका की चेतावनी के बावजूद निकारगुआ ने ओर्टेगा का समर्थन किया था।
अरिंदम बागची ने कहा, 'यह हमारे संज्ञान में आया है कि चीन में एक अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले हमारे कुछ नागरिकों को स्टेपल वीजा जारी किया गया था। यह अस्वीकार्य है।
देश के बाहर यूके के किसी बढ़िया यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। ब्रिटिश सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए वीजा ऑफर किया है। यहां जानें कैसे करना है अप्लाई?
जिन्होंने अमेरिका के वीजा के लिए अप्लाई किया है उनके लिए एक बड़ी खबर है। यूएस एंबेसी ने कहा है कि ग्राहक सेवा केंद्र दूसरी जगह स्थानांतरित होने की वजह से 25 से 28 तक सेवाएं बाधित रहेंगी।
चीन ने दोनों देशों में उनके दूतावास से कहा कि कोविड 19 के प्रसार को रोकने के लिए इस वीजा को निलंबित किया गया था। इसे निलंबित किए हुए तीन साल से अधिक का समय बीत चुका है।
H-1B Visa: H-1B Visa को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने अपना अमेरिका का राजकीय दौरा संपन्न किया है।
ऑस्ट्रेलिया ने 1 जुलाई, 2023 से ऑस्ट्रेलियाई तृतीयक संस्थानों में पढ़ने वाले भारतीय स्नातकों(Graduates) के लिए वीजा नियमों में बदलाव लागू किया है।
अमेरिका ने भारतीय छात्रों के लिए दुनिया के अन्य देशों की तुलना में रिकॉर्ड वीजा जारी करने का दावा किया है। भारत में अमेरिकी राजदूत गार्सेटी का कहना है कि अमेरिका जाने वाला हर पांचवां छात्र भारतीय है। अभी तक 1.25 लाख से अधिक भारतीय छात्रों को वीजा जारी किया जा चुका है, जो कि रिकॉर्ड है।
Uk सरकार ने भारतीयों समेत फॉरेन स्टूडेंट्स के लिए नए इमिग्रेशन रूल्स को पेश किया है। इसके मुतबिक इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को अब अपने आश्रितों को लाने की अनुमति नहीं है, जब तक कि वे पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में नामांकित नहीं हैं।
CVV Free Payment: कंपनी ने 2,000 रुपये से कम के लेनदेन के लिए सीवीवी या ओटीपी की जरूरत को खत्म करने के लिए 2019 में वीजा सेफ क्लिक सेवा शुरू की थी। अब थोड़ा और बदलाव हुआ है। यहां जानिए पूरी डिटेल।
Studying in America: भारत के आईटी पेशेवरों के बीच एच-1बी वीजा की सबसे अधिक मांग रहती है। हालांकि धीरे-धीरे स्टूडेंट्स वीजा की मांग भी बढ़ रही है। अब एक अच्छी खबर आई है।
नया परिसर कर्मचारियों की संख्या और सेवाओं के मामले में दक्षिण एशिया (दूतावासों को छोड़कर) में सबसे बड़ा वाणिज्य दूतावास है। वाणिज्य दूतावास के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा संचालन पूरी तरह शुरू होने के बाद, नानकरामगुडा स्थित वाणिज्य दूतावास का एक ही दिन में 3,000 से 3,500 वीजा आवेदनों पर काम करने का प्लान है।
अमेरिका वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में दोबारा आने वाले H-2B वीजा कर्मचारियों के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू करेगा। फेडरल एजेंसी फॉर इमिग्रेशन सर्विसेज ने बताया कि ये वीजा सप्लीमेंटल कैप टेम्परेरी फाइनल रूल के तहत दिए जाएंगे।
अमेरिका में पढ़ना अब और मंहगा होने जा रहा है। दरअसल, अमेरिका स्टूडेंट वीजा फीस में बढ़ोतरी करने जा रहा है। इस फीस वृद्धि से स्टूडेंट की जेब पर सीधा असर होगा। यहां जानें कि एक भारतीय छात्र को कितने रुपये अब इस वीजा के लिए चुकाने होंगे।
कुछ दिन पहले ही चीन ने दो भारतीय पत्रकारों के वीजा पर रोक लगाने का फैसला किया तो भारत ने उसे ऐसी बात कहकर आईना दिखाया कि ड्रैगन का दिमाग चकरा गया। भारत ने बेहद शालीन लहजे में चीन को समझाया कि उसके भी पत्रकार हिंदुस्तान में स्वतंत्र रूप से रिपोर्टिंग कर रहे हैं, लेकिन हमारी सरकार ने उन्हें नहीं रोका। ऐसे में हम उम्मीद क
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