अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ही सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। हालांकि भारतीय मूल की निक्की हेली अभी उनके साथ प्रतिस्पर्धा में बनी हुई हैं। मगर ट्रंप उन पर शुरुआती चुनावों में भारी पड़े हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव का समय धीरे-धीरे पास आ रहा है। इसके साथ ही रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर रेस भी शुरू हो चुकी है।
विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी से हट गए हैं। उन्होंने खुद अपनी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ी है। अब वे इस दिग्गज उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप अभी सबसे आगे चल रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि विवेक को वोट देना दूसरे पक्ष को वोट देने जैसा है, इसमें धोखा ना खाएं। ट्रंप ने आगे कहा कि ट्रंप के लिए वोट करें, अपना वोट बर्बाद न करें।
अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को कोर्ट से अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी अदालत ने उन्हें राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहरा दिया है। जबकि ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए सबसे प्रबल दावेदार थे। मगर इस फैसले ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया है।
अमेरिका में पहली बार हिंदू राष्ट्रपति होने की संभावनाओं को पंख लगने लगे हैं। ऐसे में सवालों का उठना लाजमी है। रिपब्लिकन की ओर से प्रमुख उम्मीदवारों में शुमार विवेक रामास्वामी से अमेरिका में पहली बार हिंदू राष्ट्रपति बनने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्हों ऐसा दिल छू लेने वाला जवाब दिया कि वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा है कि मैं एक हिंदू हूं और एक सच्चे ईश्वर में विश्वास रखता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे धर्म ने मुझे राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। हम सभी यहां ईश्वर के भेजे गए लोग हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव-2024 में इस बार भारत चर्चा के प्रमुख केंद्र में है। आप सोच रहे होंगे कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से भारत का क्या लेना-देना। मगर आपको बता दें कि इस बार भारतीय मूल के दो रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी और निक्की हेली ने तमाम अमेरिकियों की नींद उड़ा दी है।
राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार की रेस लड़ रहे विवेक रामास्वामी ने इशारों में जो बाइडेन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इजरायल में ऐसी घटना हो सकती है तो ये अमेरिका में भी हो सकता है। उन्होंने कई और बाते भी कही। आइए जानते हैं।
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली ने चीन को अमेरिका और दुनिया के ‘अस्तित्व के लिए खतरा’ बताया है और कहा है कि ड्रैगन जंग की तैयारी में लगा हुआ है।
हर साल भारत समेत विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में लोग काम के लिए अमेरिका जाते हैं। इन्हें H1B वीजा दिया जाता है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल विवेक रामास्वामी ने इस सुविधा को खत्म करने की वकालत की है।
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव-2024 में ताल ठोक रहे भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने प्रवासियों को आकर्षित करने के लिए बड़ा दांव खेल दिया है। रामास्वामी ने कहा है कि यदि वह राष्ट्रपति बनते हैं तो एच1-बी वीजा को खत्म कर देंगे। इसकी जगह योग्यता से प्रवेश को प्राथमिकता देंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल भारतीय-अमेरिकी विवेक रामास्वामी ने कहा है कि अगर वह 2024 का चुनाव जीत जाते हैं तो संघीय सरकार के 75 प्रतिशत से अधिक सरकारी कर्मचारियों को हटा देंगे।
साल 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए भारतवंशी विवेक रामास्वामी काफी लोकप्रिय उम्मीदवार बने हुए हैं। वह पहले ऐसे नेता हैं जो खुलकर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थन में आए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के सबसे युवा उम्मीदवार विवेक रामास्वामी एक्स के मालिक एलन मस्क से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव अगर वो जीतते हैं तो एलन मस्क को अपना सलाहकार बनाना चाहेंगे।
’ रामास्वामी के दो बेटे कार्तिक (तीन) और अर्जुन (एक) हैं। उन्होंने उनके परिवार के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वे (रामास्वामी के बेटे) हमारी इस यात्रा को लेकर वास्तव में उत्साहित हैं। कार्तिक कह सकता है कि उसके पिता राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हैं। मैं नहीं जानता कि क्या उसे इस बात की समझ है।
विवेक रामास्वामी के माता-पिता भारत के केरल से अमेरिका जाकर बस गए थे। रामास्वामी को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम उम्र का उम्मीदवार भी बताया जा रहा है।
फोर्ब्स की 40 साल से कम उम्र के धनाढ़्य उद्यमियों की दूसरी सालाना सूची में दो भारतीय मूल के लोगों को जगह मिली है, फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग शीर्ष पर।
संपादक की पसंद