Sunday, April 28, 2024
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Year Ender 2023: 70 साल में 7000 लोगों ने फतह किया एवरेस्ट, इतने भारतीयों ने भी लहराया तिरंगा

वर्ष 2023 में करीब 500 पर्वतारोहियों ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर अपना पताका फहराया है। इसमें 4 भारतीय भी शामिल हैं। वहीं पिछले 70 वर्षों के इतिहास में 7000 लोगों ने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। एवरेस्ट को सबसे पहले 1953 में न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और नेपाल के तेनजिंग नोर्गे ने फतह किया था।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: December 31, 2023 0:03 IST
नेपाल स्थित दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट।- India TV Hindi
Image Source : AP नेपाल स्थित दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट।

पिछले 70 वर्षों में हजारों पर्वतारोहियों ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करके नया रिकॉर्ड कायम किया है। इसमें कई भारतीय भी शामिल हैं। गत 70 वर्षों में करीब 7 हजार पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट फतह किया है। बढ़ते तापमान, पिघलते हिमनद एवं बर्फ और तेजी से प्रतिकूल हो रही मौसम दशाओं के बावजूद पर्वतारोही समुदाय ने इस साल माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की 70 वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया। वर्ष 2023 में चार भारतीयों समेत करीब 500 पर्वतारोहियों ने यह सबसे ऊंची चोटी फतह की। जबकि गत 70 वर्षों में दर्जन भर से ज्यादा भारतीयों ने एवरेस्ट फतह किया। न्यूजीलैंड के एडमंडल हिलेरी और नेपाल के शेरपा तेनजिंग नार्गे ने 29 मई, 1953 को 8,848.86 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट को फतह किया था।
 
तब से भारत और नेपाल समेत दुनियाभर के पर्वतारोही विश्व की इस सबसे ऊंची चोटी के प्रति आकर्षित हुए, उनमें कई इस चोटी पर पहुंच गये जबकि इसी क्रम में कई की जान चली गयी। नेपाली भाषा में माउंट एवरेस्ट को सागरमाथा कहा जाता है। आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि 1953 में एडमंड -नार्गे के माउंट एवरेस्ट फतह करने के बाद करीब 7000 पर्वतरोहियों ने माउंट एवरेस्ट पर सफल चढाई की जबकि 300 से अधिक पर्वतारोहियों की जान चली गयी। साल 2023 अपवाद नहीं रहा और इस साल भी 103 महिलाओं समेत 478 पर्वतारोहियों ने वसंत ऋतु में माउंट एवरेस्ट पर चढाई की । इतनी ऊंची चोटी की चढाई के लिए सालभर में महज वसंतु ऋतु की एकमात्र समयावधि है। इस साल चार भारतीय माउंट एवरेस्ट पर पहुंचे जबकि एक की जान चली गयी।
 

वर्ष 2023 में 11 पर्वतारोहियों की हुई मौत, 8 लापता

याशि जैन, मिथिल राजू, सुनील कुमार और पिंकी हैरिस ने 17 मई को दुनिया की इस सबसे ऊंची चोट पर सफल चढाई की। भारतीय पर्वतारोही सुजेन लियोपाल्डिना की 18 मई को इस चोटी पर चढ़ने के प्रयास के दौरान एवरेस्ट आधार शिविर में मौत हो गयी। उन्हें पेसमेकर लगा हुआ था। आधिकारियों ने बताया कि माउंट एवरेस्ट के लिए पर्वतारोहण अभियानों के दौरान चार नेपालियों, एक भारतीय और एक चीनी समेत 11 पर्वतारोहियों की मौत हो गयी जबकि आठ लापता हो गये। नेपाल के कामी रीता शेरपा (53) ने 28 बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाया । इस साल ही उन्होंने 17 मई और 23 मई को दो बार इस चोटी पर सफल चढ़ाई की। 2022 तक कामी के करीब उनके ही देश के शेरपा पसांग दावा (46) का भी रिकार्ड था जिन्होंने इस साल 14 मई को 26 वीं बार तथा 17 मई को 27 वीं बार इस चोटी पर चढाई की। ​ (भाषा) 

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