नई दिल्ली: सिनेमा जगत में अभी तक माना जाता था कि वडाली बदर्स ही पहलवानी करते थे। जिसके बाद ही वह गायन के क्षेत्र में आएं, लेकिन हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे है। जिन्हें भी पहलवानी का शौक था। वह हैं गजल गायक मेहदी हसन।
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वडाली बदर्स जिन्हें पूर्णचनंद्र वडाली और प्यारेलाल वडाली के नाम से जाना जाता हैं। जो कि अमृतसर के एक गांव से हैं। पूर्णचनंद्र वडाली का सबसे पंसदीदा खेल था। रिंग में पहलवानी करना। जिसके कारण पूरे 25 साल उन्होने पहलवानी की। इसके बाद ही उन्हें सगींत सीखने का मन हुआ और वह दोनो वडाली बदर्स कहलाएं। इसी तरह मेहदी हसन भी पहलवानी की शौक से सगींत गायन की जमी में अपने कदम रखें। जानिए मेहदी हसन के जन्म में उनके बारें में कुछ खास बातें..
'मोहबत जिंदगी है और तुम मेरी मोहब्बत हो', 'नवाजिश करम शुक्रिया मेहरबानी' जैसी खूबसूरत गजलें गाने वाले पाकिस्तानी गायक मेहदी हसन की मखमली आवाज सभी के दिलों में अपनी खास जगह बना चुकी है। भले ही वह अब हम सबके बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी सुरीली आवाज और गाने का अनोखा अंदाज उनकी यादों को आज भी तरोताजा कर रहा है।
मेहदी के गले से निकले एक-एक शब्द से हर व्यक्ति खुद को बड़ी आसानी से जोड़ सकता था। उन्होंने कई खूबसूरत गजलों से सभी को अपना दीवाना बना दिया था। वह भले ही पाकिस्तान से थे, लेकिन उन्हें जब भी मौका मिलता तो वह दौड़े-दौड़े भारते चले आते थे। वह मूल निवासी भारत के ही तो थे।
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