2012 में कह गए दुनिया को अलविदा
पाकिस्तान के कराची शहर में 13 जून, 2012 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। मेहदी इलाज के लिए भारत आना चाहते थे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें यात्रा नहीं करने की सलाह दी और उनकी भारत आने की अंतिम इच्छा पूरी न हो सकी। आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी गाई गजलें अमर हो चुकी हैं और शानदार फनकार मेहदी भी।