नई दिल्ली: ट्रिपल तलाक के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने एनडीए सरकार को घेरने की कोशिश की है। (3 दशक बाद भारत को मिलेंगी नई तोपें, पोखरण में आज होगा परीक्षण)
सिबब्ल ने आरोप लगाया कि ट्रिपल तलाक की संवैधानिक वैधता पर सवाल उठाकर केंद्र 2001 में तत्कालीन एनडीए सरकार के रुख से पलट रहा है। कपिल सिब्बल ने SC में ट्रिपल तलाक के पक्ष में दलील दी कि यद सदियों पुरानी परंपरा है, यह आस्था का विषय है और यह मामला संवैधानिक नैतिकता के दायरे में नहीं आता।
हालांकि, अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि बोर्ड दावा करता है कि तीन तलाक पर्सनल लॉ का हिस्सा है, इसलिए इसमें लिंग के आधार पर न्याय, समानता और महिला की गरिमा का ध्यान रखना ही होगा, जैसा कि संविधान में भी तय है।