23 वर्षीय युवती का क्षत विक्षत शव गत 11 मई को रोहतक के अर्बन एस्टेट स्थित औद्योगिक मॉडल टाउनशिप के पास मिला था। युवकी नौ मई को लापता हो गई थी और उससे सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। आवारा कुत्तों ने उसका चेहरा और शरीर का नीचे का हिस्सा काट खाया था। इस अपराध की क्रूरता दिल्ली के निर्भया घटना की याद ताजा करती है जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोष उत्पन्न हो गया था। पीडि़ता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने एक महीने पहले इस शिकायत के साथ सोनीपत पुलिस से सम्पर्क किया था कि सुमित उनकी पु़त्री को परेशान कर रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ("शादी तोड़ने के लिए तीन तलाक सबसे खराब तरीका")
पीडि़ता के रिश्तेदार ने सोनीपत में संवाददाताओं से कहा, पहले हमने मुख्य आरोपी द्वारा परेशान किये जाने की शिकायत के साथ पुलिस से सम्पर्क किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सोनीपत के पुलिस अधीक्षक अश्विन शेनवी ने आरोप का खंडन करते हुए कहा, कुछ समय पहले युवती की ओर से पुलिस को एक मौखिक शिकायत दी गई थी कि मुख्य आरोपी उससे विवाह करने के लिए कह रहा है। वह एक मौखिक शिकायत थी और पुलिस थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं थी।
अधिकारी ने कहा, यद्यपि बाद में शिकायतकर्ता और उसकी मां एक बार फिर थाने में आयीं और कहा कि उन्होंने एक समझौता कर लिया है और पुलिस कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं है। शेनवी ने फोन पर कहा कि डीएसपी (मुख्यालय) सोनीपत मुकेश के नेतृत्व वाली एक एसआईटी मामले की जांच कर रही है। इसमें एक स्थानीय एसएचओ, सीआईए निरीक्षक और एक महिला पुलिस अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़ता दलित समुदाय से थी, आरोपी के खिलाफ अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, महिला एक दलित थी और दो आरोपियों में से मुख्य आरोपी सुमित भी दलित है। शेनवी ने कहा कि जांच के दौरान केवल दो व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आयी और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक नवदीप विर्क ने कहा कि परिवार ने छह और व्यक्तियों के नाम कल शाम दिये।