मुंबई: वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल ने महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने और एक पखवाड़े से चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए शुक्रवार को ‘‘अन्य दलों’’ से कांग्रेस तथा राकांपा को समर्थन देने को कहा।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि हालांकि कांग्रेस और राकांपा शायद ऐसी व्यवस्था पर राजी नहीं होंगे। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘महाराष्ट्र में मौजूदा स्थिति से निपटने का केवल एक तरीका है। अन्य लोगों (दलों) को कांग्रेस तथा राकांपा को बताना चाहिए कि वे सरकार गठन में उनका समर्थन करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद कांग्रेस और राकांपा सरकार बना सकती है अगर वे ऐसी व्यवस्था पर राजी हो जाती हैं तो। कांग्रेस और राकांपा शायद इस पर राजी न हो।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ‘‘अन्य दलों’’ को स्पष्ट नहीं किया। हालांकि इसका मतलब दूसरे सबसे बड़े दल शिवसेना से हो सकता है।
वहीं, वरिष्ठ राकांपा नेता छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है। भुजबल ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहे हैं। राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद मुझे लगता है कि एक महीने में चीजें सामान्य हो जाएंगी। सरकार बनाने के लिए किसी को तो पीछे हटना पड़ेगा।’’
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राकांपा ‘‘इंतजार करो और देखो’’ का रुख अपनाएगी। भुजबल ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के इगतपुरी से विधायक हीरामन खोसकर से किसी ने संपर्क किया और दल बदलने के लिए प्रलोभन दिया। उन्होंने कहा, ‘‘खोसकर ने खुद मुझे यह बताया। यह सही नहीं है, यह संविधान के अनुरूप नहीं है।’’