
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच साल पहले कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया था। कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए कई श्रद्धालुओं में काफी ज्यादा उत्सुकता देखी जाती है। तीर्थ यात्री इंदिरापुरम के कैलाश मानसरोवर भवन में पहुंचने लगे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15 जून को यात्रियों का पहला जत्था कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए रवाना होने वाला है।
सुधारी गईं व्यवस्थाएं
नगर निगम और पर्यटन निगम पिछले कई दिनों से कैलाश मानसरोवर भवन की व्यवस्थाओं को ठीक करने में जुटे हुए थे। यात्रियों के पहुंचने से पहले कैलाश मानसरोवर भवन की व्यवस्थाओं को सही कर दिया गया। भवन के रिसेप्शन पर पंजीकरण चेक किया जाता है और फिर यात्रियों को कमरा अलॉट किया जाता है। रिसेप्शन से लेकर वेटिंग हॉल तक, सभी जगहों पर गर्मी से बचने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं।
क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
कैलाश मानसरोवर भवन में यात्रियों को कई सुविधाएं मिलती हैं। अखबार से लेकर पुस्तकों और मैगजीन तक, आप अपनी बोरियत मिटाने के लिए कुछ भी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कैलाश मानसरोवर भवन में जेनरेटर भी लगा हुआ है। यात्रियों को गर्मी से बचाने के लिए एसी और कूलर मौजूद हैं। यात्रियों के लिए रहने से लेकर खाने-पीने तक, सभी तरह की व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
गौर करने वाली बात
कैलाश मानसरोवर भवन में 50 यात्रियों का पहला जत्था तीन दिन तक ठहरने वाला है। यात्रियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन की टीम इस भवन में मौजूद रहेगी। इस टीम से हर रोज रिपोर्ट भी ली जाएगी कि किसी श्रद्धालु को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है। प्रशासन को उम्मीद है कि कैलाश मानसरोवर भवन से सभी श्रद्धालु एक अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे।