दिल के मरीजों को सलाह दी जाती है कि वह सर्दियों में अत्यधिक शराब न पिएं क्योंकि यह अर्टियल फिब्रलेशन पैदा करता है। दिल के लिए सेहतमंद आहार लेना चाहिए और ज्यादा खाने से बचना चाहिए। छोटे और थोड़-थोड़ी देर बाद आहार लेने की सलाह दी जाती है। इस तरह ज्यादा खाने से बचाव हो जाता है और दिल पर दबाव भी कम पड़ता है।"
इन बातों का रखें ध्यान
- दिल पर दबाव ना डालें, नियमित तौर पर धूप में जाएं और उचित व्यायाम करें।
- अत्यधिक व्यायाम मत करें क्योंकि ज्यादा थकान दिल पर दबाव डाल सकती है। थोड़ा-थोड़ा आराम करते रहें ताकि चलते वक्त अचानक थकान महसूस न हो।
- अत्यधिक ठंडे मौसम में सैर करने ना जाएं, बल्कि सूर्य निकलने के बाद सैर करने जाएं।
- अपने कॉलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें, क्योंकि सर्दियों में यह असंतुलित हो सकता है। कुछ भी अजीब होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
- हाईपोथर्मिया ऐसी समस्या है जो सर्दियों में सभी दिल के मरीजों को हो जाती है। इसके खतरे से बचने के लिए आम खुद को गर्म रखें।
- सीने में हल्की सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजरअंदाज ना करें। इन लक्ष्णों के नजर आने पर तुंरत मेडिकल सहायता लें।
- बचाव इलाज से हमेशा बेहतर होता है। थोड़ी सी सावधानी रख कर छुट्टियों के महीने मजे से और सेहतमंद दिल के साथ बिताए जा सकते हैं।
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