महाराष्ट्र चुनाव से संबंधित विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट के बाद, नागपुर पुलिस ने विकासशील समाज अध्ययन केंद्र (सीएसडीएस) के एक अधिकारी संजय कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। ये एफआईआर बीएनएस की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिनमें गलत सूचना देने और संभावित चुनाव संबंधी उल्लंघनों से जुड़े आरोप शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
नागपुर जिले के पुलिस अधीक्षक ने इंडिया टीवी को फोन पर इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि रामटेक के तहसीलदार की शिकायत पर सीएसडीएस के एक अधिकारी संजय कुमार के खिलाफ यह मामला दर्ज किया जा रहा है। आपको बता दें कि संजय कुमार के चुनाव संबंधित आंकड़ों का हवाला देकर ही विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया था। हालांकि, संजय कुमार ने अपने ट्वीट के लिए माफी मांगी थी। संजय कुमार के खिलाफ जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है उनमें 175, 353, 212, 340, 356 शामिल हैं और इसकी जानकारी दिल्ली चुनाव आयोग को भी दे दी गई है।
शिकायतकर्ता ने क्या बताया?
रामटेक तहसील के तहसीलदार रमेश कोलपे जो शिकायतकर्ता हैं, उन्होंने बताया कि संजय कुमार ने रामटेक चुनाव के संबंध में ट्वीट करके गलत जानकारी दी थी। उन्होंने ट्वीट किया था कि लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के बीच 38% वोट कम हुए हैं। गलत जानकारी ट्वीट करने की वजह से यह मामला दर्ज किया गया है। सीएसडीएस के अधिकारी संजय कुमार ने ट्वीट किया था, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
संजय कुमार ने क्या कहा था?
सीएसडीएस के प्रोफेसर संजय कुमार ने एक्स पर माफी मांगते हुए कहा था- "महाराष्ट्र चुनावों के संबंध में पोस्ट किए गए ट्वीट के लिए मैं तहे दिल से माफी चाहता हूं। 2024 के लोकसभा और 2024 के विधानसभा चुनावों के आंकड़ों की तुलना करते समय त्रुटि हुई। पंक्ति में दिए गए आंकड़ों को हमारी डेटा टीम ने गलत पढ़ा था। ट्वीट को अब हटा दिया गया है। मेरा किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था।"