भारतीय ऑटो मार्केट में टाटा मोटर्स अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए ईवी पर जोर देगी। कंपनी चालू वित्त वर्ष में कई नए मॉडल लॉन्च करेगी।
टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही का रिजल्ट जारी कर दिया है। कंपनी ने एक बार फिर कमजोर नतीजे दिए हैं।
टाटा स्टील ने इस दौरान अपना खर्च घटाकर सालाना आधार पर 56,496.88 करोड़ रुपये से 54,167.61 करोड़ रुपये कर दिया।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने इस तिमाही में 625 कर्मचारियों को जोड़ा, जिससे इसके कुल कर्मचारियों की संख्या 6 लाख से अधिक हो गई।
कम बजट में ज्यादा सफर के लिए अगर आप इलेक्ट्रिक कार की तलाश में हैं तो मार्केट में चुनिंदा कारें मौजूद हैं। यह टेक्नोलॉजी, फीचर्स और परफॉरमेंस में आपकी जरूरत को पूरी करने की क्षमता रखती हैं।
टाटा मोटर्स ने अप्रैल, 2025 में 44,065 इकाइयों की खुदरा बिक्री और 12.59 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ अपना तीसरा स्थान बनाए रखा।
जारी किए गए टीजर वाले वीडियो में नया फेस, कनेक्टेड टेल लैंप, एलॉय व्हील्स के लिए नया डिजाइन, फ्लश डोर हैंडल, 3डी फ्रंट ग्रिल और नई कलर आदि के संकेत दिए गए हैं।
अप्रैल 2025 में किसी ऑटोमोबाइल कंपनियों की बिक्री में तेजी तो किसी की बिक्री में नरमी का रुझान देखने को मिला। कई कंपनियों ने कारें अच्छी खासी संख्या में निर्यात भी किया है।
पिछले सप्ताह, अमेरिकी ऑटो उद्योग समूहों के एक गठबंधन ने ट्रम्प से आयातित ऑटो पार्ट्स पर 25% टैरिफ न लगाने का आग्रह किया था और कहा था कि ससे वाहनों की बिक्री कम होंगी और कीमतें बढ़ेंगी।
पिछले तीन दशकों में विघटनकारी प्रौद्योगिकियों - मेनफ्रेम से लेकर इंटरनेट, ई-कॉमर्स, डिजिटल और क्लाउड तक की बार-बार लहरें देखी गई हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 4664.73 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 2023-24 की चौथी तिमाही में 3965.39 करोड़ रुपये थी।
मार्केट कैप के लिहाज से टीसीएस यानी टाटा कंसल्टेंसी सर्विस, टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका मौजूदा मार्केट कैप 12,00,499.53 करोड़ रुपये है।
मंगलवार को आंध्र प्रदेश मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी। आईटी हिल नंबर तीन पर स्थित इस जमीन का इस्तेमाल आईटी कैंपस के तौर पर किया जाएगा।
सियाम के बताया कि भारत में गाड़ियों की बिक्री में एसयूवी का दबदबा जारी रहा और इसने वाहनों की बिक्री में तेजी को बनाए रखा।
Tata Harrier में 1.5 लीटर, टर्बोचार्ज्ड TGDi इंजन लगा होगा। एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस यह इंजन आसानी से 20 किलोमीटर प्रति लीटर तक का माइलेज दे सकती है।
इस हफ्ते भारतीय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इस हफ्ते सोमवार को विनाशकारी गिरावट के बाद मंगलवार को बाजार में रिकवरी देखने को मिली थी। लेकिन बुधवार को बाजार में एक बार फिर गिरावट दर्ज की गई।
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस के नतीजों से एक दिन पहले बीते बुधवार को इसके शेयरों की रेटिंग घटाकर 'होल्ड' कर दी है। इससे पहले रेटिंग पहले 'खरीदें' थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के इस कदम से वैश्विक व्यापार प्रवाह बाधित हो सकता है और भारत जैसे वैकल्पिक बाजारों पर असर पड़ सकता है, जिससे भारत में इस्पात का आयात बढ़ने की आशंका है।
25 फरवरी को, टाटा कैपिटल बोर्ड ने IPO योजना को मंजूरी दी थी। इस आईपीओ में 23 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे।
मेटल शेयरों में गिरावट की वजह ट्रंप प्रशासन द्वारा उम्मीद से अधिक पारस्परिक शुल्क लगाना है। इसने मंदी की आशंकाओं को हवा दी है और चिंता जताई है कि अमेरिकी शुल्कों में भारी बढ़ोतरी दुनिया की आर्थिक विकास को नुकसान पहुंचाएगी।
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