एक तरफ गब्बर का बल्ला हल्ला बोल रहा है वहीं दूसरी तरफ रोहित शर्मा सो रहे हैं। टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका से श्रीलंका आ गई लेकिन रोहित का बल्ला खामोश है। यहां तक बांग्लादेश के खिलाफ भी रोहित से रन नहीं बने। जो वाकई में समस्या बनती जा रही है।
कभी बल्लेबाज़ी से बढ़ाते थे टीम का जोश अब मत बनो टीम पर बोझ। ये कड़े शब्द उस बल्लेबाज़ के लिए है, जिसको मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ ओपनर का तमगा हासिल है लेकिन साल 2018 रोहित के लिए किसी बुरे सपने की तरह बीत रहा है। बार-बार लगातार रोहित का बल्ला खामोशी की चादर ओढ़ा हुआ है। पहले दक्षिण अफ्रीका का दौरा और अब जाने-पहचाने पड़ोसी श्रीलंका में रोहित का जो हाल हो रहा है, वो टीम मैनेजमेंट से लेकर हर फैन के लिए चिंता की बात है।
रोहित शर्मा ने ट्राई सीरीज़ में खेली 2 पारियों में सिर्फ 17 रन ही बना पाए हैं। इस साल रोहित ने इंटरनेशनल क्रिकेट में खेली कुल 15 पारियों में 19.80 की औसत से महज 297 रन बनाए हैं। हैरानी की बात ये है कि रोहित बिना खाता खोले बार-बार आउट हो रहे, जो कि एक ओपनर के लिए किसी भी हाल में सही नहीं।
रोहित शर्मा इस साल शून्य के स्कोर पर 3 बार आउट हुए हैं। जबकि पिछले 5 साल में अब तक वो 12 बार बिना खाता खोले आउट हो चुके है, जो कि इस दौरान भारतीय रिकॉर्ड है। यहां गौर करने वाली बात है कि इस लिस्ट में रोहित के बराबर या पीछे कोई बल्लेबाज़ नहीं बल्कि ईशांत और भुवनेश्वर जैसे गेंदबाज़ हैं।
रोहित इस समय टीम की कमान संभाल रहे हैं। शिखर की बल्लेबाज़ी के बूते भारत बांग्लादेश के खिलाफ बच गया। जल्द ही रोहित को अपने बल्ले का रौद्र रूप दिखाना होगा, क्योंकि आगे टीम इंडिया को कड़े इम्तिहान से गुजरना है। जहां रोहित की फॉर्म इस भारतीय टीम की सबसे बड़ी जरुरतों में से एक होगा