चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गिनती आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में की जाती है। धोनी ने अपनी कप्तानी में सीएसके को तीन बार चैंपियन भी बनाया है। यह कप्तान अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करना के साथ-साथ खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी निकालना जानता है। आईपीएल नीलामी में अकसर खिलाड़ियों का चुनाव फ्रेंचाइजियां करती है, लेकिन सीएसके में कौन से खिलाड़ी के एंट्री होगी और किसे निकाला जाएगा इसका फैसला धोनी ही करते हैं।
इस साल एक ऐसे ही खिलाड़ी को धोनी ने सीएसके की टीम में शामिल करने को कहा जिसपर फ्रेंचाइजी ने आईपीएल नीलामी में 6.75 करोड रुपए की मोटी बोली लगा दी थी। यह खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि केकेआर के स्पिनर पीयूष चावला हैं।
पीयूष चावला ने खुद बताया है कि उनको सीएसके की टीम में शामिल करने का फैसला धोनी का ही था। स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए चावला ने कहा ''आईपीएल शुरू होने से पहले हम चेन्नई सुपर किंग्स के एक कैंप में थे। उस समय धोनी से मेरी बातचीत हुई। मैंने उनसे खुद को चेन्नई में लाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जाहिर है यह मेरा फैसला था कि आपको सीएसके में लाना है।"
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पीयूष चावला ने केकेआर को आईपीएल के दो खिताब 2012 और 2014 जिताने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन इस साल केकेआर ने युवा टैलेंट को टीम में जगह देने के लिए पीयूष चावला को बाहर का रास्ता दिखा दिया। तब धोनी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। यह पहला मौका नहीं है जब धोनी चावला पर बोली लगाई हो। 2018 आईपीएल ऑक्शन में भी सीएसके ने चावला पर 4.2 करोड की बोली लगाई थी, लेकिन तब केकेआर ने राइट टू मैच कार्ड इस्तेमाल कर लिया था।
आईपीएल ही नहीं बल्कि टीम इंडिया में भी धोनी चावला का सपोर्ट करते हुए आए हैं। बता दें, धोनी की कप्तानी में चावला टी20 वर्ल्ड कप 2007 और वर्ल्ड कप 2011 की विजयी टीम का हिस्सा रह चुके हैं।