Jio Market Leader: ब्रॉडबैंड नेटवर्क रिसर्च फर्म ओपनसिग्नल ने कहा कि 5जी स्पीड, सिग्नल की उपलब्धता और कस्टमर्स द्वारा इसके उपयोग के मामले में जियो 5जी सेगमेंट में सबसे आगे है। यह रिपोर्ट एक सितंबर से 30 नवंबर 2025 के बीच जमा किए गए आंकड़ों पर आधारित है। इसमें कहा गया है कि 4जी से 5जी पर जाने से डाउनलोड स्पीड में कई गुना बढ़ोतरी होती है और यूजर्स को ज्यादा स्थिर और पर्याप्त रूप से अच्छा अनुभव मिलता है। इस पैमाने पर रिलायंस जियो सबसे आगे निकला है।
रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च के दौरान
- जियो नेटवर्क पर 5जी डाउनलोड स्पीड 199.7 मेगाबाइट प्रति सेकंड (एमबीपीएस) रही, जो 4जी डाउनलोड स्पीड से 11 गुना ज्यादा है।
- भारती एयरटेल नेटवर्क पर 5जी स्पीड 187.2 एमबीपीएस रही जो 4जी से सात गुना ज्यादा है,
- जबकि वोडाफोन आइडिया (वीआई) के 5जी नेटवर्क पर डाउनलोड स्पीड 138.1 एमबीपीएस दर्ज की गई, जो 4जी से छह गुना तेज है।
रिपोर्ट के मुताबिक सभी ऑपरेटर्स में 5जी यूजर्स को 4जी की तुलना में कम रुकावटों और कम परफॉर्मेंस अनस्टेबिलिटी का सामना करना पड़ता है। इससे साफ होता है कि 5जी का फायदा सिर्फ अधिकतम स्पीड में नहीं, बल्कि रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए ज्यादा भरोसेमंद एक्सपीरीएंस देने में भी है।
जियो के नेटवर्क के साथ सबसे ज्यादा जुड़े रहे यूजर्स
ओपनसिग्नल ने टाइम ऑन 5जी नामक एक नया मीट्रिक पेश किया है, जिसका उपयोग यह मापने के लिए किया जाता है कि 5जी उपकरणों वाले यूजर्स वास्तव में कितनी बार 5जी नेटवर्क से जुड़े रहते हैं और इसमें भी जियो नेटवर्क ने बाजी मारी है। जियो 68.1 परसेंट की 5G उपलब्धता के साथ सबसे आगे रहा है और इसके यूजर्स अपने समय का 67.3 परसेंट एक्टिव रूप से नेटवर्क से जुड़े रहने में बिताते हैं। रिपोर्ट इस हाई कन्वर्जन रेट का श्रेय जियो के स्टैंडअलोन आर्किटेक्चर और 700 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के यूज को देती है जो घरों के अंदर व्यापक पैठ प्रदान करता है।
रिपोर्ट का नतीजा यह है कि भारत की डिजिटल यात्रा के अगले चरण में वही ऑपरेटर सफल होंगे जो पैमाने और कंसिस्टेंसी के बीच बैलेंस बना सकेंगे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टेलीकॉम ऑपरेटर्स का लक्ष्य एक ऐसा 5G एक्सपीरिएंस प्रदान करना है जो रोजमर्रा के उपयोग के लिए विश्वसनीय रूप से पर्याप्त रूप से अच्छा बना रहे।
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