अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के तहत चालू वित्त वर्ष में 27 लाख नए सदस्यों के शामिल होने के बाद कुल पेंशनधारकों की संख्या 1.24 करोड़ से अधिक हो गई है।
आज भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन मोदी सरकार द्वारा उनके नाम पर शुरू की गई अटल पेंशन योजना गरीबों के बुढ़ापे की लाठी बनेगी।
सरकार अटल पेंशन योजना (APY) के तहत पेंशन सीमा को बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रति माह तक करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। इसका मौजूदा स्लैब 5,000 रुपए प्रतिमाह है। वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव मदनेश कुमार मिश्रा ने यहां PFRDA द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 मई 2015 को कोलकाता में आयोजित एक समारोह में अटल पेंशन योजना (APY) की शुरुआत की थी और तीन साल पूरे होने के बाद इससे 1.10 करोड़ जनता जुड़ जुड़ चुकी है। अटल पेंशन योजना के तहत 60 साल की उम्र के बाद गारंटीड कम से कम 1000 रुपए प्रति माह की पेंशन मिलती है।
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) मोदी सरकार द्वारा चलाई जाने वाली ऐसी योजना है, जो मुख्यरूप से असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों पर केंद्रित है। एक व्यक्ति इस पेंशन प्लान में 18 से लेकर 40 साल की उम्र के बीच निवेश करना शुरू कर सकता है।
18 से 40 साल के भारतीय नागरिक अटल पेंशन योजना में निवेश करने के पात्र हैं। अगर, अटल पेंशन योजना में निवेश करने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके पति या पत्नी को भी पेंशन मिलती है।
अगर आप रिटायरमेंट के बाद यानी अपने बुढ़ापे में भी नियमित आय प्राप्त करना चाहते हैं तो यह स्कीम आपके लिए बेहतरीन साबित होगी। सरकार की इस स्कीम में मात्र 210 रुपए महीना जमा कर आप रिटायरमेंट के बाद 5,000 रुपए प्रति माह प्राप्त कर सकते हैं।
अटल पेंशन योजना के तहत 1,000 रुपए से 5,000 रुपए तक के पेंशन की गारंटी सरकार देती है। इस योजना से देश का कोई भी नागरिक जुड़ सकता है जिसकी उम्र 18-40 साल है।
सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के 45 लाख से अधिक अंशधारक लेन-देन का ब्योरा ऑनलाइन देख सकते हैं।
पीएफआरडीए ने सभी राज्य सरकारों से असंगठित क्षेत्र के कामगारों को अटल पेंशन योजना के तहत पंजीकृत करने के लिए विचार करने को कहा है।
अटल पेंशन योजना के तहत 31 मार्च 2016 से पहले पंजीकरण कराने वाले व्यक्ति को सरकार की तरफ से भी सहयोग प्राप्त होगा। दी जाने वाली राशि का 50 फीसदी होगी।
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