मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राम मंदिर निर्माण कार्य का नाम लिए बिना संकेत दिया कि बहुत जल्द बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।
उच्चतम न्यायालय में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में पक्षकार ‘राम लला विराजमान’ की ओर से बुधवार को दलील दी गयी कि श्रद्धालुओं की अटूट आस्था ही अयोध्या में विवादित स्थल के राम की जन्म भूमि होने का सबूत है।
संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने के पहले विश्व हिंदू परिषद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक पेश करने की मांग को लेकर विशाल रैली आयोजित कर रहा है।
राबड़ी देवी ने कहा, जब-जब चुनाव आता है तब-तब भाजपा को राम की याद आने लगती है। सच तो यह है कि भाजपा मंदिर बनाना नहीं चाहती, वह इस मामले पर सिर्फ राजनीति कर रही है।
कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने कहा कि साल 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही उस विवादित परिसर का ताला खुलवाया था जहां राम मंदिर स्थित है।
BJP ने रविवार को कहा कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर उनका मंदिर बनाने के मसले में केंद्र सरकार "मर्यादा" का पालन कर रही है।
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