एम्स (AIIMS) में इलाज करवा रहे कैंसर के मरीजों को अब घर बैठे सुविधा मिलेगी। इसके लिए एम्स ने पहले से पंजीकृत मरीजों के इलाज के लिए एक एप भी तैयार किया है।
ब्रेस्ट कैंसर ठीक होने के बाद भी पहले हुई जगह के अलावा यह शरीर में कहीं और भी दुबारा लौट सकता है और यही इसके पहचान को बेहद मुश्किल बना देता है। इसलिए जरूरी है कि कैंसर के सफल इलाज़ के बाद भी मरीज़ लगातार अपने शरीर पर नज़र रखें
लिवर कैंसर को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसके अनुसार हर साल पूरी दुनिया में 7.88 करोड़ लोगों की जान चली जाती है। लेकिन एक रिसर्च के अनुसार रातरानी के पत्तों का काढ़ा इस बीमारी से निजात दिला सकता है।
Breast Cancer: ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर है। जामा ऑन्कोलॉजी द्वारा किए गए रिसर्च रिपोर्ट की मानें तो डार्क कॉम्प्लेक्शन वाली महिलाओं में इसका खतरा अधिक होता है।
यूनिलीवर के इन शैंपू में बेंजीन (benzene) कैमिकल पाया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस केमिकल के उपयोग से कैंसर हो सकता है।
Cancer Prevention: धूम्रपान न केवल हर साल फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है बल्कि यह मुंह और गले के कैंसर सहित 14 अन्य प्रकार के कैंसर से भी जुड़ा हुआ है। शोध से पता चलता है कि नियमित रूप से धूम्रपान करने वाले 10 में से नौ लोग 25 वर्ष की आयु से पहले धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं।
Prostate Cancer: जिस तरह ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं में होता है। वैसे ही प्रोस्टेट कैंसर सिर्फ पुरुषों को होता है।
डॉक्टर दिनेश ने बताया कि कैंसर के इलाज को किफायती बनाने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना ने अहम भूमिका निभाई है।
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। इस बार की थीम क्या है।
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