स्वामी रामदेव के अनुसार जब शरीर में कोई इंफेक्शन या बैक्टीरिया प्रवेश कर जाता है जो इनसे लड़ने के लिए इम्यूनिटी तेजी से बढ़ जाती है जिससे शरीर गर्म हो जाता है। जो बुखार का कारण बन जाता है।
बुखार से निजात पाने के लिए आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर के तापमान को नॉर्मल करने में मदद करता है। जिससे बुखार की समस्या से निजात मिल जाता है। जानिए कैसे करें अदरक का सेवन।
बदलते मौसम में लोग वायरल फीवर के शिकार हो जाते हैं। इस बुखार से पहले शरीर कुछ ऐसे संकेत देता है जिनको जानना जरूरी है।
जिला सिविल सर्जन कंचन वनारे ने कहा कि पालघर में हालांकि कांगो बुखार का कोई केस अभी तक नहीं आया है, पड़ोसी गुजरात में इस बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं, इसलिए एहतियात बरते जा रहे हैं।
खराब मौसम के कारण अधिकतर लोगों को बुखार की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप दवाओं के बजाय इस आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन कर सकते हैं।
प्याज में भरपूर मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते हैं जो आपको नॉर्मल सर्दी जुकाम के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी छुटकारा दिला सकते हैं। जानिए कैसे करें सेवन।
ये आयुर्वेदिक काढ़े आपकी इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसके अलावा सर्दी-जुकाम और बुखार की समस्या से भी राहत दिलाते है।
तेज बुखार तब आता है जब हमारा दिमाग शरीर को तापमान बढ़ाने के लिए कहता है। ऐसा किसी रिएक्शन के कारण होता है। जानिए कैसे कम करें शरीर का तापमान।
तापमान में अचानक बदलाव के कारण हमारी इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिसके कारण बुखार के बैक्टीरिया आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जानिए किन घरेलू उपायों से मिलेगा लाभ।
अगर आप भी बुखार से अधिकतर परेशान रहते हैं तो इन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। इससे आपके शरीर का तापमान भी उतर जाएगा। इसके साथ ही आप स्वस्थ महसूस करेंगे।
जुकाम-बुखार होने से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूर है शरीर को मिलने वाले संकेतों पर ध्यान देना। जानिए जुकाम और बुखार होने से पहले शरीर को क्या-क्या संकेत मिलते हैं।
बुखार एक सामान्य समस्या है जो किसी भी वक्त हो सकती है। इसके लिए जरूरी नहीं दवाओं का सेवन किया जाए, बल्कि योग के कुछ आसन द्वारा इस समस्या से आप जड़ से निजात पा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में आज तड़के रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के जवानों को 80 वर्ष की एक वृद्धा स्टेशन पर लावारिस अवस्था में बुखार से तड़पती मिली, जिसे उसके बेटे वहां छोड़ गए थे।
इस समय कान्गो बुखार तेजी से भारत में दस्तक दे चुका है। जानें इस जानलेवा बीमारी के बारे में सबकुछ...
कुशवाहा ने पटना स्थित रालोसपा के प्रदेश मुख्यालय में रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुजफ्फरपुर में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए नीतीश को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि बच्चों की मौत के बावजूद राज्य सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। पूरी स्वास्थ्य सेवाओं को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। रविवार सुबह तक मिली जानकारी के मुताबिक, मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 129 हो गई है।
जिस वक्त नीतीश कुमार अस्पताल पहुंचे तो वहां बाहर मौजूद लोगों ने उनका विरोध किया। बीमार बच्चों के माता-पिता और रिश्तेदार अस्पताल प्रशासन पर बदइंतजामी के आरोप लगा रहे हैं।
चमकी बुखार हर साल इसी मौसम में मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है। इस बुखार से पीड़ित बच्चों की उम्र 5-15 साल के बीच है। जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ।
गर्मियों में वेस्ट नाइल बुखार से मच्छर-जनित संक्रमणों का जोखिम बढ़ जाता है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। डब्ल्यूएनवी पक्षियों और मच्छरों के बीच संचरण चक्र के जरिए प्रकृति में बना रहता है। इससे मनुष्य, घोड़े और अन्य स्तनधारी भी संक्रमित हो सकते हैं।
डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलई जाने वाली बीमारी है। जानकारी के अभाव के कारण हर साल हजारों लोग इसकी चपेट में आते है। जिसके कारण स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस यानी National Dengue Day 2019 के रूप में मनाने का फैसला लिया
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