BSE का प्रमुख इंडेक्स फिलहाल (9:30 AM) सेंसेक्स 110 अंक बढ़कर 27250 पर पहुंच गया है। वहीं, NSE का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 28 अंक बढ़कर 8410 के स्तर पर है।
शेयर बाजार के इस माहौल में पिछले 5 दिन में टाटा स्टील, JSW स्टील, JSPL, उत्तम गालवा, उषा मार्टिन और सेल के शेयर में निवेशकों को 32 फीसदी का रिटर्न मिला है।
पिछले साल जुलाई-दिसंबर के दौरान देश के 8 बड़े शहरों में घरों की बिक्री 23% गिरकर 109159 यूनिट पर आ गई है। वहीं, नए घरों के लॉन्च में भी 46% की कमी को मिली।
ऑनलाइन रियल्टी सेवा क्षेत्र में एकीकरण और सुदृढ़ीकरण की शुरुआत करते हुए प्रॉपटाइगर डॉट कॉम और हाउसिंग डॉट कॉम ने आज आपस में विलय की घोषणा की है।
Make Money: इन 50 रुपए से सस्ते शेयर जैसे अनंत राज लिमिटेड, फ्यूचर कंज्यूमर, HCC, मैक्नली भारत और पेन्नार इंडस्ट्रीज में बड़ी कमाई का मौका है।
सेंसेक्स फिलहाल (9:20 AM) 44 अंक बढ़कर 26,687 पर है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 16 अंक बढ़कर 8210 पर पहुंच गया है।
बैंकों के ब्याज दरों में 1.5% तक की कटौती और PM की रियल्टी सेक्टर को लेकर की गई बड़ी घोषणाओं के बाद हाउसिंग फाइनेंस शेयरों में जोरदार तेजी है।
सेंसेक्स 48 अंक की तेजी के साथ 26,643 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 13 अंक बढ़कर 8,192 के स्तर पर सपाट होकर बंद
आरबीआई ने एक करोड़ रुपए तक के होम, कार, कृषि और अन्य लोन चुकाने के लिए 60 दिन की मोहलत के अलावा अतिरिक्त 30 दिन का और समय दिए जाने की घोषणा की है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) जनवरी में नए फ्लैट्स की स्कीम लॉन्च करने जा रहा है। इस स्कीम के तहत लगभग 16 हजार से फ्लैट्स बनाए जाएंगे।
शहरी क्षेत्र में घरों की मांग 2020 तक 41.56 लाख यूनिट की होगी, इसके विपरीत निजी डेवलपर्स केवल 10.23 लाख यूनिट की ही आपूर्ति कर पाने में सक्षम होंगे।
बड़े नोटों को चलन से बाहर करने की वजह से अगले 6 से 12 महीने के भीतर देश के 42 प्रमुख शहरों में मकानों की कीमतों में 30 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है।
देश के आठ प्रमुख शहरों में मकानों की बिक्री 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में 22 प्रतिशत घटकर 33,304 इकाई रह गई। प्रोपइक्विटी रिसर्च ने यह निष्कर्ष निकाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों के लिए ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत 3 नवंबर से होने जा रही है।
देश के 9 प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर की अवधि में घरों की बिक्री 12 प्रतिशत बढ़कर 54,721 इकाई रही। प्रॉप टाइगर की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
अगले पांच-सात सालों में भारत को अपनी आवास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की मांग को पूरा करने के लिए 1,000 अरब डॉलर की आवश्यकता होगी
बैंकों द्वारा खुदरा ऋण कारोबार को बढाने के आक्रामक रुख के बावजूद मकान की कीमतों में नरमी का दबाव रहेगा पर खरीद क्षमता से बाहर होने का मुद्दा बना रहेगा।
आवास क्षेत्र की बिक्री सात प्रमुख शहरों में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 2.2 फीसदी घटकर 1.58 लाख इकाई रही।
मकान की कीमत वित्त वर्ष 2015-16 की अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में बढ़ी। रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ में घरों की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी है।
बीते आठ महीनों में देश के प्रमुख स्टार्टअप्स ने करीब 2,000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया। जबकि सरकार रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए इनको रियायतें दे रही है।
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