भारत जल्द मोबाइल फोन का ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनने वाला है। ICEA यानी इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025 में भारत का मोबाइल एक्सपोर्ट 1.8 लाख करोड़ के पास पहुंच सकता है।
सरकार ने डिस्प्ले के आयात पर 10 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है, इससे मोबाइल फोन के दाम तीन प्रतिशत तक बढ़ सकते है।
2022 तक देश में कुल 82.9 करोड़ स्मार्टफोन होने का अनुमान जताया गया है। यह करीब देश की 60 प्रतिशत आबादी के बराबर है।
आईसीईए का दावा है कि महंगे मोबाइल फोन की बिना बिल की बिक्री से हर साल 2,500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
श में मोबाइल मैन्युफैक्चर्र्स की संस्था इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रोनिक्स एसोसिएशन (ICEA) की तरफ से जारी रिपोर्ट में यह बात कही गई है
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