ट्रेन के इंजन का वजन ही कई टन होता है। अगर पूरी ट्रेन के वजन की बात करें तो इसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। इतने भारी वजन को तेज रफ्तार से खीचने के लिए हाई पावर वोल्टेज की जरूरत होती है। आपको बताते हैं कि किस तरह के करंट पर ट्रेन चलती है और क्यों ट्रेन में कभी भी बिजली नहीं जाती।
नागपुर में आरपीएफ ने एक ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो कचरे में पड़ी बोतलों को सील बंद कर गंदे पानी को रेल यात्रियों को बेचता है। ये लोग रेल नीर समेत तमाम ब्रांडेड कंपनियों की बोतलों में गंदा पानी भरकर बेचते थे।
भारतीय रेलवे ने यात्रियों को नई सुविधा दी है, जिसके तहत अब यात्री अपने टिकट को किसी दूसरे के नाम ट्रांसफर कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए मात्र कुछ दस्तावेजों को रिजर्वेशन टिकट काउंटर पर जाकर दिखाना होगा।
देहरादून से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए अब खुशखबरी यह है कि कि उत्तराखंड से दिल्ली की यात्रा अब लोगों के लिए आसान हो जाएगी। देहरादून-दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया।
अब आपको जनरल टिकट के लिए काउंटर पर लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। आप अपने मोबाइल से ट्रेन की जनरल टिकट को बुक कर सकते हैं। अनरिजर्व्ड टिकट बुक करने के लिए आपको अपने मोबाइल में रेलवे की यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप को डाउनलोड करना होगा।
ये बात तो सभी जानते ही होंगे कि ट्रेन को चलाने के लिए लोकोमोटिव इंजन होता है। लेकिन क्या आप इंडियन रेलवे के सबसे शक्तिशाली लोकोमोटिव के बारे में जानते हैं।
ट्रेन में रिजर्वेशन करा कर तो जरूर सफर किया होगा। कभी न कभी तत्काल टिकट भी बुक किया होगा। कई बार आपके साथ ऐसा हुआ होगा कि लैपटॉप और मोबाइल से तत्काल का वेटिंग टिकट मिलता है लेकिन अगर रेलवे काउंट से टिकट बुक कराते हैं तो तत्काल में भी कंफर्म टिकट मिल जाता है। आइए बताते हैं इसके पीछे का कारण
हमारे देश में लाखों लोग रोजाना रेल से सफर करते हैं। क्या आप जानते हैं कि ट्रेन में एक ऐसा डिब्बा भी होता है जिसमें गलती से भी सफर नहीं करना चाहिए। आज हम इस खबर में इसी बात की जानकारी देंगे।
उत्तर रेलवे ने यात्रियों को बहुत बड़ी सुविधा दी है। रेलवे ने यात्रियों को आरक्षित टिकट पर नाम बदलने की जटिल प्रक्रिया को आसान कर दिया है। जानिए पूरी डिटेल्स-
भारतीय रेल रोजाना लाखों लोगों को उनके स्थान पर पहुंचाती है। भारतीय रेल का नेटवर्क देश के हर हिस्से में फैला हुआ है। इसके लिए रेलवे ने हर जिले में रेलवे स्टेशन भी बनाएं हुए हैं, जहां आपको टिकट लेना होता है, लेकिन देश में एक स्टेशन ऐसा भी है जहां वीजा भी लगता है।
भारतीय रेल हर दिन लाखों लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। इसके लिए हर जिले में रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन देश में दो ऐसे रेलवे स्टेशन हैं जिनका कोई नाम ही नहीं है। आइए जानते हैं किस राज्य में हैं ये स्टेशन...
यात्रियों को मिलने वाली इस नई सर्विस का नाम Buy Now Pay Later है। आईआरसीटीसी की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई कि रेलवे की ऐप में अब Paytm Postpaid सर्विस को इनेबल कर दिया गया है।
ट्रेन की पटरी अक्सर पानी में रहती है लेकिन फिर भी न तो इसमें जंग लगता है और न ही पटरियां कमजोर होती हैं। पटरियों का अगल-बगल के हिस्से में जंग दिख सकता है लेकिन ऊपरी हिस्सा हमेशा चम चमाता रहेगा। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता हैं?
इस घटना की सूचना मिलते ही संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद यात्रियों का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। एक-एक करके सभी यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकाला गया।
भारत में रेलवे नेटवर्क देश के हर कोने में फैला हुआ है। देश में रोजाना लाखों की संख्या में लोग ट्रेन से सफर करते हैं। इसके लिए जगह-जगह पर रेलवे स्टेशन बनाया गया है। क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा राज्य भी है, जहां पर सिर्फ एक रेलवे स्टेशन है। आज हम आपको इस खबर के जरिए इस बारे में विस्तार से बताएंगे।
ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए जाने वाले पंखों को कुछ वर्षों पहले तक चोर आसानी से चुरा लेते थे लेकिन, अब ऐसा नहीं है। चोरों से पंखों को बचाने के लिए रेलवे एक खास तरह की टेक्नोलॉजी का प्रयोग इन पर करता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर बीती शाम तिरुनवाया और तिरुर के बीच पथराव किया गया है। इस दौरान एक कोच का शीशा टूट गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
भारतीय रेल में आप ने भी खूब सफर किया होगा। लेकिन शायद ही रेलवे की अनोखी चीजों पर आपका ध्यान गया हो। आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन की जानकारी देने जा रहे हैं जहां एक प्लेटफॉर्म दूसरे प्लेटफॉर्म से 2 किलोमीटर दूरी पर बना हुआ है।
बम होने की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस को चुनार स्टेशन पर रोक बम निरोधक दस्तेे द्वारा सघन चेकिंग की जा रही है।
इंडियन रेलवे ट्रेन में सीट फुल होने के बाद भी रेलवे कम से कम 200 से लेकर 300 यात्रियों को वेटिंग टिकट (Waiting Ticket) देता है। वेटिंग टिकट इसलिए दिया जाता है ताकि अगर कंफर्म टिकट वाला यात्री टिकट कैंसिल करे तो ट्रेन की सीट खाली न जाए और वेटिंग वाले पैसेंजर को जगह मिल जाए।
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