बयान में कहा गया है कि बैठक में अग्रणी वैश्विक संस्थागत निवेशकों, देश के कारोबारी दिग्गजों तथा सरकार के नीति निर्माताओं और वित्तीय बाजार नियामकों के बीच बातचीत होगी।
पैनल में शामिल प्रशिक्षक नियामक के निवेशक शिक्षा और संरक्षण के क्षेत्र में की जा रही पहल को आगे बढ़ाएंगे। ये प्रशिक्षक निवेशकों के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाएंगे जिससे आम लोगों की बाजार को लेकर समझ और बेहतर हो।
सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में कंपनियों को 2019- 20 वित्त वर्ष की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) करने के लिए 31 दिसंबर 2020 तक का समय दे दिया।
यस बैंक का एफपीओ 15 जुलाई को खुलकर 17 जुलाई को बंद होगा
कंपनी के मुताबिक मतदान में नकारात्मक परिणाम आये तो पैसा लौटाने की प्रक्रिया में देर संभव
पिछले दो महीने से घरेलू बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं विदेशी निवेश
बंद की गई 6 योजनाओं में निवेशकों की 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक की रकम फंसी
शेयर बाजार में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारी गिरावट के चलते निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये डूब गए। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के कारण यह गिरावट हुई।
वित्त मंत्री के मुताबिक विदेशी निवेशक भारत में निवेश के इच्छुक
रिटायरमेंट पर आधारित म्यूचुअल फंड्स स्कीम के एसेट अंडर मैनेजमेंट 25% बढ़े हैं
टाटा ने कहा कि हमारे सामने एसी स्टार्टअप कंपनियां भी हो सकतीं हैं, जो हमारा ध्यान खीचेंगी, पैसा जुटाएंगी और गायब हो जाएंगी।
बीएसई पर 1820 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 752 कंपनियों में गिरावट दर्ज की गई। 208 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं आया।
खुदरा निवेशक इक्विटी से बेहतर आय होने के कारण पिछले कुछ साल से गोल्ड ईटीएफ की तुलना में इक्विटी में अधिक निवेश कर रहे थे।
अक्टूबर में निवेशकों ने मुनाफा काटने के लिए गोल्ड ईटीएफ से धन की निकासी की।
कंपनियों के अपने चुनाव के बारे में टाटा ने कहा कि वह किसी कंपनी में निवेश करने का निर्णय अपने सहज-ज्ञान के आधार पर करते हैं।
उद्योग जगत की हस्तियों ने उत्तर प्रदेश को निवेश का पसंदीदा स्थल बताते हुए आने वाले समय में बड़ी परियोजनाओं के साथ राज्य में हजारों करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया।
वर्ष 2019 की शुरुआत के बाद से अब तक कम से कम छह कंपनियां शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुई हैं और इनमें से पांच कंपनियों के शेयर मूल्य उनके इश्यू मूल्य से ऊपर चल रहे हैं।
डिपॉजिटरी के पास मौजूद हालिया आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने फरवरी में शेयर बाजार में 1,17,899.79 करोड़ रुपए का निवेश किया और 1,00,680.17 करोड़ रुपए की निकासी की।
वारबर्ग पिनकस, टेमासेक, सिंगटेल और सॉफ्टबैंक ग्रुप इंटरनेशनल समेत कुल 6 वैश्विक निवेशक एयरटेल अफ्रीका में प्राथमिक इक्विटी इश्यूयेंस के जरिये 1.25 अरब डॉलर की राशि निवेश करने के लिए राजी हो गए हैं
भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के लिए सरकार को निवेशकों से 15,436 करोड़ रुपए की बोली मिली है। यह जुटाई जाने वाली राशि के दोगुना से भी अधिक है।
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