कोटा में आत्महत्याएं बढ़ती जा रहीं है। बीते दिन दो छात्रों ने सुसाइड कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है।
देश की कोचिंग फैक्ट्री कोटा में इस साल 20 छात्रों ने सुसाइड किया है। एक्सपर्ट व छात्रों ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है कि किन वजहों से छात्रों पर प्रेशर बढ़ रहा है।
राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गंभीरता से लिया है। इसके संबंध में उन्होंने शुक्रवार को कोचिंग सेंटर संचालकों के साथ बैठक भी की।
कोचिंग हब के नाम से जाना जाने वाला कोटा में सुसाइड के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है। बीती रात एक और छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मौके से कोई सुसाइट नोट बरामद नहीं हुआ है।
कोटा में लगातार छात्रों के सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। इसे लेकर जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि वह हर पखवाड़े छात्रों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराएगा। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
मृतक के भाई ने बताया कि हादसा इतना दर्दनाक था कि ऑक्सीजन मास्क तक वैभव के चेहरे से चिपक गया था। परिजनों ने बताया कि आग लगते ही अस्पताल के नर्सिंग कर्मी और स्टाफ भी मौके से भाग खड़े हुए और कुछ देर के अंदर ही वैभव ने दम तोड़ दिया।
सुसाइड करने वाले छात्र का नाम आयुष है जो कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। बता दें कि पुलिस को अबतक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कोटा में 2 छात्रों ने तनाव की वजह से आत्महत्या कर ली है। एक छात्र के शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करा दिया है जबकि दूसरे छात्र के परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। बढ़ रही आत्महत्याओं को लेकर सदन के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने चिंता व्यक्त की है।
नीट (NEET) की कोचिंग कर रहे एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। छात्र एक साल पहले तैयारी करने के लिए कोटा आया था। यहां वह कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके में कमला उद्यान एरिया में रह रहा था।
राजस्थान के कोटा में एक भीषण हादसा हो गया। कोटा में स्थित दशहरा मैदान में गुरुवार को एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका बेटा घायल हो गया।
अधिकारियों ने कहा कि CWC की एक टीम ने शाम को किशोर को बचाया और उसे शेल्टर होम भेज दिया, जहां फिलहाल उसकी काउंसलिंग की जा रही है।
हाईटेंशन लाइन में एक युवक की साइकिल फंस गई। छुड़ाने के दौरान 7 युवकों को करंट लगा और उन्हें सुल्तानपुर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया।
देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग के लिए मशहूर कोटा अब केवल स्टूडेंट्स की ही पहली पसंद नहीं है। देशभर के टॉप क्लास के टीचर्स भी अब यहां का रुख कर रहे हैं। जिसकी सबसे बड़ी वजह यहां टीचर्स को मिलने वाली सैलरी है।
कुछ दोस्त एक बालकनी में बैठकर गेम खेल रहे थे। गेम खेलने के बाद वे सभी उठकर वहां से जाने लगते हैं कि तभी एक छात्र का संतुलन बिगड़ जाता है और वह खिड़की से नीचे जा गिरता है।
पिछले हफ्ते तीन छात्रों के कथित तौर पर आत्महत्या करने के बाद कोटा के कोचिंग संस्थान सुर्खियों में है। प्रमुख कोचिंग संस्थान ‘एलन’ में विभिन्न मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में फिलहाल 1.5 लाख से ज्यादा छात्र कोचिंग हासिल करते हैं।
शहर एक कोचिंग हब बन गया है, जबकि ये कोचिंग संस्थान लाभदायक व्यवसाय बन गए हैं। अच्छे परिणाम देने की होड़ में कोचिंग संस्थान छात्रों पर पड़ने वाले भारी दबाव का कारण बन गए हैं।
Suicide In Kota: एनसीआरबी के आंकड़ों पर नज़र डालें तो हर साल देश में हजारों छात्र आत्महत्या करते हैं। 2019 में जहां 10,335 छात्रों ने आत्महत्या की थी। वहीं 2020 में ये 12,526 और 2021 में कुल 13,089 छात्रों ने आत्महत्या की।
पूछताछ के दौरान महिला ने ऐसे खुलासे किए, जिसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। आरोपी महिला ने बताया कि उसको सपना आता था कि बड़े बेटे को बचाना है तो किसी एक की बलि देनी होगी।
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में एक निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले 17 साल के प्रथम जैन ने एक सुसाइड नोट लिख कर आत्महत्या कर ली। प्रथम ने अपने इस सुसाइड नोट में कई चीजें लिखीं, लेकिन एक बात जिसने सबका ध्यान खींचा वो ये थी कि वह अपने एक लड़के दोस्त से सच्चा प्यार करता था।
जांच में पता चला कि शिवानी ने अपने शराबी पिता राजेंद्र मीणा और उस पर चढ़े कर्ज से तंग आकर, अपने प्रेमी के साथ उसकी हत्या की साजिश रची। इसके लिए उसने पांच लोगों को 50 हजार रुपये दिए।
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