भगवान शनि को सरसों का तेल चढ़ाने से वह प्रसन्न होते हैं, जिससे आपको साढ़े साती, शनिदोष या फिर ढैया से छुटकारा मिल जाता है।
सही काम करने वालों पर शनिदेव मेहरबान रहते हैं और गलत काम करने वालों को शनिदेव कभी माफ नहीं करते।
शनिश्चरी अमावस्या का दिन शनि से संबधित परेशानियों जैसे शनि की साढे-साती और ढैय्या से मुक्ति पाने के लिये बहुत ही अच्छा है।
शनैश्चरी अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा अर्चना करने से आपको इनकी कृपा प्राप्त होगी। जानिए पूजा विधि और मंत्र
शनिवार के दिन भगवान शनि से संबंधी कुछ उपाय करके आप हर बाधा से छुटकारा पा सकते हैं। इसके साथ ही धन-धान्य की भी प्राप्ति होगी।
प्रत्येक प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है, लेकिन शनि प्रदोष होने से आज के दिन शनिदेव की विशेष रूप से उपासना की जायेगी |
शनिश्चरी अमावस्या के दिन पितरों की पूजा के साथ ही शनिदेव की पूजा का विशेष रूप से महत्व है । कहते हैं आज के दिन शनिदेव की पूजा करने से, उनके निमित्त उपाय करने से शनिदेव बहुत जल्दी खुश होते हैं।
शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्म के आधार पर फल देते हैं। शनिदेव जिनके गुरु स्वयं भगवान शिव हैं। जब प्रसन्न होते हैं तो ढेर सारी खुशियां देते हैं।
शनिवार के दिन त्रयोदशी तिथि पड़ती है, तो वह प्रदोष, शनि प्रदोष कहलाता है। अतः आज शनि प्रदोष व्रत है और शनि प्रदोष के दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है।
बार-बार इलेक्ट्रानिक चीजें खराब होना या फिर ऐसी घटनाएं होना कुंडली में शनि का कमजोर होना माना जाता है। जानिए किन उपायों से करें शनिदेव को प्रसन्न।
अगर आपकी कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में तो आपका भाग्य आपका साथ नहीं देगा। इसके लिए आपको भगवान शनि को प्रसन्न करना होगा। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से कौन से उपाय करना होगा शुभ।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार शनिवार के दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र पड़ रहा है। चूंकि दोनों का संबंध शनिदेव से है। लिहाजा शनि संबंधी उपाय करने के लिए ये दिन बड़ा ही प्रशस्त है।
प्रत्येक प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है, लेकिन शनि प्रदोष व्रत के दिन भदवान शिव के साथ-साथ भगवान शनि की भी पूजा अर्चना की जाएगी।
शास्त्रों में माना जाता है कि शनि जयंती के दिन कुछ उपाय करके शनि भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं। जिससे साढ़ेसाती, ढैय्या और शनि दोनों से निजात मिल जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था। शनि जयंती के दिन शनि देव की विशेष पूजा की जाती है। जानिए आज के दिन कौन-कौन से कार्य नहीं करना चाहिए।
शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। इसलिए इस दिन शनिदेव की श्रद्धा पूर्वक और विधिवत पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि औ व्रत कथा।
आज शनि जयंती है और इस खास दिन हम आपको महाराष्ट्र में स्थापित शनि शिंगणापुर मंदिर के बारे में खास बताने जा रहे है।
Shani jayanti 2019 : अगर आप चाहते है कि शनि देव की कृपा आपके ऊपर बनी रहे तो इस दिन ऐसे कुछ काम बताए गए है। जिन्हें भूलकर भी इस दिन न करें ये काम नहीं तो शनि देव के रुष्ट होना आपके लिए भारी पड़ सकता है।
Shani Jayanti 2019: आज यानि 3 जून, सोमवार को शनि जयंती है। माना जाता है शनि जयंती के ही दिन शनि देव का जन्म हुआ था। यही नहीं, शनि जयंती को हर साल ज्येष्ठ महीने की अमावस्या को मनाया जाता है।
वट सावित्री व्रत के दिन सोमवती अमावस्या, सर्वार्थसिद्ध योग, अमृतसिद्ध योग के साथ-साथ त्रिग्रही योग लग रहा है।जानें वट सावित्री व्रत की पूजा विधि और पौराणिक कथा के बारें में।
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