Mutual Funds: बच्चों के नाम पर आप आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, इससे होने वाली इनकम को माता-पिता की इनकम में जोड़ा जाता है।
सितंबर 2023 तिमाही में एफपीआई ने सेकेंडरी मार्केट में करीब 2.4 अरब डॉलर की इक्विटी खरीदी। एफपीआई ने वित्तीय, विद्युत उपयोगिताओं और आईटी सेवाओं के स्टॉक खरीदे और पूंजीगत सामान और परिवहन स्टॉक बेचे। सितंबर तिमाही में डीआईआई ने लगभग 5.1 बिलियन डॉलर की इक्विटी खरीदी।
SIP की शुरुआत करने से पहले कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। इससे आपको बेहतर रिटर्न पाने में मदद मिलेगी।
म्यूचुअल फंड की मल्टी एसेट एलोकेशन में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसने लगातार बाजार के हर चक्र और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है।
वित्तीय लक्ष्य पाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप सही तरीके से निवेश करें। बहुत सारे लोग सिप तो कर रहे हैं लेकिन मनचाहा रिटर्न नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह क्या है? सही प्लानिंग की कमी।
इजरायल हमास के बीच चल रहे संघर्ष के जल्द समाप्त होने का कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और यदि कमोडिटी की कीमतें बढ़ती रहती हैं, तो सोने की भी कीमतें बढ़ जाएंगी। इसलिए निवेशकों को शॉर्ट टर्म स्टेबिलिटी के साथ-साथ लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न के लिए अच्छे एसेट फंड में निवेश करना चाहिए।
टॉप 500 शेयरों के बाजार वॉल्यूम के प्रतिशत के रूप में म्यूचुअल फंड की होल्डिंग अब 2018 के उच्चतम स्तर को पार करने लगी है। कुल मिलाकर, शीर्ष 500 शेयरों से परे बाजार का माकेट कैप तेजी से बढ़ा है।
Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए आप बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। इसके कुछ टिप्स हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
धनतेरस के मौके पर आप निवेश की बेहतरीन शुरुआत कर सकते हैं। ये शुरुआत आपके सुनहरे भविष्य की नींव साबित हो सकती है। कई ऐसे ऑप्शन हैं जिसमें आप पैसा लगा सकते हैं।
म्यूचुअल फंड पर बेहतर रिटर्न पाने के लिए जरूरी है कि सही फंड का चुनाव किया जाए। हालांकि, बहुत सारे निवेशक सही फंड का चुनाव नहीं कर पाते हैं और बाद में मायूस हो जाते हैं। इसलिए किसी भी फंड में निवेश से पहले उसका रिकॉर्ड जरूर चेक करें। ऐसा कर आप सही रिटर्न ले पाएंगे।
Types of SIP: एसआईपी के भी 7 प्रकार होते हैं। अगर आप भी एसआईपी शुरू करने जा रहे हैं तो इन्हें अच्छे से समझ लेना चाहिए।
जानकारों का कहना है कि करवाचौथ (Karwa Chauth) सिर्फ प्यार का जश्न मनाने का दिन नहीं है बल्कि यह एक साथ मिलकर अपने भविष्य की योजना बनाने का भी मौका है।
रिटायरमेंट प्लानिंग में आप म्यूचुअल फंड्स को भी शामिल कर सकते हैं। बाजार में कई रिटायरमेंट केंद्रित म्यूचुअल फंड मौजूद हैं जो कि आपकी कैपिटल को सेफ रखने के साथ बाजार का भी फायदा देते हैं।
म्यूचुअल फंड निवेश में बिना सोचे-समझे निवेश करना नुकसान दे सकता है। इसलिए हमेशा निवेश से पहले फंड के विषय में जानकारी लेना चाहिए। ऐसा कर आप न सिर्फ सही फंड का चुनाव कर पाएंगे बल्कि अपने निवेश पर बंपर रिटर्न भी पा सकेंगे।
40:40:20 रूल एक ऐसा नियम है जिसकी मदद से आप उतार-चढ़ाव भरे बाजार में भी अपने निवेश पर रिटर्न कमाने के साथ अपनी कैपिटल को भी सेफ रख सकते हैं।
Regular vs Direct Mutual Fund: म्यूचुअल फंड स्कीम दो प्रकार की होती हैं। पहला - रेगुलर म्यूचुअल फंड और दूसरा - डायरेक्ट म्यूचुअल फंड। किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले इन दोनों की बारीकियों को समझ लेना चाहिए।
म्य़ुचूअल फंड्स के यूनिट बेचे बिना लोन की सुविधा का फायदा लेने के लिए एप्लीकेंट को 18 साल से ज्यादा उम्र का होना चाहिए। आप मिनिमम 25000 रुपये और मैक्सिमम 5 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं।
Zerodha की ओर से एक म्यूचुअल फंड स्कीम का ऐलान किया गया है। इसका सब्सक्रिप्शन 10 नवंबर तक खुला रहेगा। जीरोधा का एनएफओ ऐसे समय पर आया जब निवेशकों का रुझान म्यूचुअल फंड्स की ओर से बढ़ रहा है।
Power of compounding: म्यूचुअल फंड्स में सही प्लानिंग के साथ अगर लंबे समय के लिए निवेश किया जाए तो आप अपने निवेश पर काफी अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं। आज हम एक ऐसे ही म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिसने एक दशक में अपने निवेशकों का धन पांच गुना किया है।
मल्टी एसेट म्यूचुअल फंड वे होते हैं जो अपनी पूंजी को इक्विटी, डेट और कमोडिटी जैसे कई एसेट क्लास में निवेश करते हैं। यह फंड बाजार में उतार-चढ़ाव के समय निवेशकों को सही रिटर्न दिलान में मदद करता है। साथ ही निवेश पर जोखिम भी कम करता है। इसलिए लंबी अवधि में यह स्कीम शानदार रिटर्न देता है।
संपादक की पसंद