बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक के बाद एक गलती कर रहे हैं। विधानसभा में पहले महिलाओं पर उन्होंने टिप्पणी की और अब जीतनराम मांझी को लकेर उन्होंने बयान दिया है। इस बीच भाजपा विधायकों द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें अब जीतनराम मांझी भी शामिल हो गए हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा में हो रहे चुनाव में अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जगह-जगह प्रचार करने के बाद मैनपुरी सांसद डिंपल यादव आज गुरुवार को झांसी पहुंचीं थीं। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं को लेकर बिहार विधानसभा में दिए बयान का समर्थन करती दिखीं।
जो नेता विधानसभा और विधान परिषद में अश्लील बातें कर सकता है, क्या उसे बिहार का नेतृत्व करने का अधिकार है ? नीतीश कुमार ने जो बेशर्मी दिखाई, जिस तरह की गंदी बात की, उसके बाद उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
जीतन राम मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार के दिमाग में कुछ कमजोरियां हैं और वे मानसिक संतुलन खो बैठे हैं इसीलिए वे इस तरह से बोल रहे हैं। उनसे ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं थी।
बिहार विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पास हो गया। बिल पास होने के बाद जेडीयू नेता ने नीतीश कुमार को नायक बताया, तो वहीं बीजेपी नेता ने कहा कि इस फैसले में हम साथ थे।
ऐसा लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आजकल कुछ अलग ही सुरूर चढ़ा हुआ है। जनसंख्या नियंत्रण पर उनके बयान को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब वे विधानसभा में जीतन राम मांझी पर बिफर पड़े।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया, जिसे सर्व सम्मति से पास करा लिया गया। इसमें आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
बिहार विधानसभा में महिलाओं पर दिए गए विवादित बयान पर नीतीश कुमार ने माफी मांग ली है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी राजनेता ने महिला पर टिप्पणी की है। इससे पहले भी कई बार महिलाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की जा चुकी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था। इस मामले पर नीतीश कुमार ने माफी मांग ली लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा विधायकों ने नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग की है। इस दौरान वेल में आकर भाजपा विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया।
अपनी बयानबाजी के कारण नीतीश कुमार बुरी तरह घिर चुके हैं। बीते दिन माफी मांगने के बावजूद लोगों का गुस्सा उनपर शांत नहीं हुआ है। अब अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने भी नीतीश कुमार को इस मामले पर घेरा है।
अपने बयान को लेकर विवादों में आए नीतीश कुमार हालांकि माफी मांग चुके हैं लेकिन उनके खिलाफ अब मामला अदालत में भी चला गया है। मुजफ्फरपुर की एक अदालत में सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ याचिका दायर की गई है।
बिहार के इस जातिगत सर्वे को हर नेता अपनी जाति के चश्मे से देख रहा है। जातिगत जनगणना हो गई, पर क्या इससे वाकई में गरीबों का भला होगा? क्या वाकई में सरकार जाति के आधार पर कल्याणकारी योजनाएं बना पाएगी?
विधानसभा में मंगलवार को दिए गए नीतीश कुमार के बयान की आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि INDI गठबंधन के एक बड़े नेता ने कल विधानसभा के अंदर महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उन्हें शर्म नहीं है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विवादित बयान पर हड़कंप मचा हुआ है। यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा ने इस मुद्दे पर कहा है कि ये बेहद शर्मनाक बयान है। नीतीश कुमार को इस्तीफा देना चाहिए।
विधानसभा में विवादित बयान देने के बाद आलोचना झेल रहे नीतीश कुमार ने आखिरकार माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि अगर मेरा बयान किसी को गलत लगा तो मैं माफी मांगता हूं। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने नीतीश की तुलना कौरवों से की है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं पर दिए गए अपने विवादित बयान को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर उनका बयान किसी को गलत लगा तो वह माफी मांगते हैं। नीतीश के बयान पर बिहार विधानसभा में हंगामा भी हुआ है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण के उपायों पर बात कही गई। हालांकि, वह ये भूल गए कि वो सदन में बोल रहे हैं। विरोधी नीतीश की इन टिप्पणियों को अभद्र और अमर्यादित मान रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर की गई अपनी टिप्पणियों को लेकर अब राष्ट्रीय महिला आयोग के भी निशाने पर आ गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने उनसे माफी मांगने की मांग की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना की आड़ में आरक्षण का एक बड़ा दांव खेल दिया। आज विधानसभा में जाति जनगणना का आंकड़ा पेश करने के साथ ही देर शाम कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में आरक्षण की सीमा 75 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में कुछ ऐसा बोल गए कि सदन के अंदर मौजूद महिला और पुरुष विधायक भी झेंप गए। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए ऐसी टिप्पणी की जिसे अभद्र और अमर्यादित बताया जा रहा है।
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