नीतीश कुमार जानते हैं कि अब बिहार में उनकी पारी खत्म हो चुकी है, वो किसी तरह समय काट रहे हैं। उन्होंने बड़े जोश से मोदी-विरोधी पार्टियों को इकट्ठा किया था।वो इस गठबंधन के नेता बनना चाहते थे लेकिन पहले कांग्रेस ने राहुल गांधी के लिए उनको आउट कर दिया, फिर ममता ने खरगे का नाम चलाकर रही सही कसर भी पूरी कर दी।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे बिहार में कांग्रेस और जदयू के लिए रियलिटी चेक साबित हुए हैं और आखिरकार इसने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए मजबूर कर दिया है।
19 दिसंबर की सुबह को I.N.D.I.A. की बैठक से पहले घटक दलों में जितना एका दिख रहा था, शाम होते-होते वही मतभेदों में बदलता नजर आया।
गिरिराज सिंह ने बीते कल बयान दिया था कि लालू यादव ने कहा है कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाए बगैर काम नहीं चल सकता है। इसपर अब तेजस्वी यादव ने फ्लाइट की बातचीत का जिक्र किया और कहा कि गिरिराज जी खुद फ्लाइट में परेशान थे।
बिहार के भागलपुर में जदयू विधायक गोपाल मंडल के एक बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। गोपाल मंडल ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खरगे को कोई नहीं जानता है। नीतीश कुमार पीएम बनेंगे, क्योंकि उन्हें पूरा देश जानता है।
नीतीश कुमार ने आज तेजस्वी यादव को मिलने के लिए बुलाया और दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे तक मुलाकात चली है। इस मुलाकात के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज बताए जा रहे थे। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनसे फ़ोन पर बातचीत की है।
दिल्ली में हुई विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेने ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार और अखिलेश यादव समेत कई प्रमुख नेता पहुंचे हुए थे। इस बैठक पर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार बैठक में गए थे कि उन्हें संयोजक बनाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
I.N.D.I.A गठबंधन की चौथी बैठक से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव काफी खुश नजर आ रहे थे। हालांकि, जेडीयू के सांसद ने अब इस बैठक पर तीखा हमला बोला है।
मंगलवार को विपक्षी गंठबंधन इंडिया की चौथी बैठक हुई जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के प्रस्ताव पर मनमुटाव की खबरें सामने आईं। क्या इतना आसान है गठबंधन के लिए भाजपा को हराना? जानें-
पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर पर लिखा है, 'अगर सच में जीत चाहिए तो फिर एक निश्चय और एक नीतीश चाहिए'।
लोकसभा चुनाव से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी तरफ से तैयारियों में लग गया है। आज जहां विपक्षी गठबंधन की तीन बजे बैठक होगी तो उससे पहले बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक भी हो रही है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी एक दूसरे के खिलाफ कितनी तल्ख जुबान का इस्तेमाल करते हैं, ये किसी से छुपा नहीं हैं। लेकिन आज अचानक सीएम नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी एक ही फ्लाइट में आमने-सामने आ गए।
वाराणसी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की रैली रद्द हो गई थी। इस मामले पर जेडीयू और भाजपा के बीच बयानबाजी जारी है। अब केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने नीतीश कुमार को लेकर काफी तीखे बयान दिए हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कभी नीतीश के करीबियों में शामिल रहे सुशील मोदी ने JDU पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि रैली रद्द कर दी गई क्योंकि इसके ‘फ्लॉप’ होने का डर सता रहा था।
15 प्रमुख उद्योग समूहों के साथ 10,304.91 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ 5,230 करोड़ रुपये, देव इंडिया प्रोजेक्ट के साथ 1600 करोड़ रुपये और स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड 800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में नीतीश कुमार समेत कई अन्य दलों के प्रतिनिध भाग लेने के लिए पटना पहुंचे। इस दौरान अमित शाह ने धीरज साहू के घर मिले पैसों को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा।
बिहार से जन सुराज की शुरुआत करने वाले प्रशांत किशोर इन दिनों नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। उन्होंने एक सभा में कहा कि जिस आदमी को कुछ नहीं समझ में आता है, उस आदमी को पूरी दुनिया मूर्ख नजर आती है। नीतीश कुमार को सभी लोग मूर्ख दिखते हैं।
बिहार के CM नीतीश कुमार 24 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रैली निकालेंगे। जिसके बाद वह 21 जनवरी को झारखंड के हजारीबाग के रामगढ़ में रैली करेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव नीतीश कुमार को रोज इसलिए दिल्ली के लिए चढ़ा रहे हैं कि बिहार खाली हो तो हमारा बेटा मुख्यमंत्री बने।
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