पीएम मोदी ने राजस्थान में सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 1 सितंबर को आयोजित स्वच्छता मिशन को सफल बनाने को लेकर देशवासियों को धन्यवाद दिया। साथ ही राजस्थान में 7200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
राजस्थान विधानसभा चुनावों में इस बार केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को भी विधानसभा चुनाव का टिकट दिया जा सकता है। इस बाबत कुछ नामों पर चर्चा तेज हो गई है। लेकिन वसुंधरा राजे को भाजपा का यह प्लान खास पसंद नहीं आ रहा। वसुंधरा राजे नहीं चाहती हैं कि सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारा जाए।
1 अक्टूबर रविवार के दिन भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में राजस्थान विधानसभा चुनाव और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई। इसी कड़ी में राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 54 उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन गई है।
इस साल के अंत तक देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसके लिए राजनीतिक दलों के साथ ही चुनाव आयोग भी तैयारियों में जुटा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। जानें क्या कहा है उन्होंने-
ईजीटी ओपिनियन पोल के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश की राजनीति में दखल रखने वाले दो सियासी दलों कांग्रेस और बीजेपी एक बार फिर एक दूसरे को कड़ी टक्कर देंगे।
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा चुनावी अभियान में जुट चुकी है। इसी कड़ी में आज पीएम नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ दौरे पर जाने वाले हैं, जहां बैक टू बैक वे 4 रैलियों में शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले जेपी नड्डा ने पार्टी महासचिवों संग बैठक की थी।
स्मार्टफोन लेने पहुंची स्कूली छात्राओं ने कहा कि चार-पांच दिन से मोबाइल फोन लेने के लिए हम यहां हर रोज आते हैं और हमारी स्कूल की पढ़ाई छूट रही है। हम हर रोज स्कूल से छुट्टी लेकर यहां मोबाइल लेने के लिए आते हैं और मोबाइल फोन नहीं दिया जा रहा है।
राजस्थान चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे देवी सिंह भाटी एक बार फिर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उनके साथ कुछ अन्य नेता भी पार्टी में शामिल हुए हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लगातार बैठकें की जा रही हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता बुधवार को राजस्थान पहुंचे जहां चुनावी रणनीति समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक जयपुर में रहेंगे। इस दौरान वे राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर में पार्टी नेताओं के साथ 6 घंटे तक बैठक की है। इस बैठक से कई बड़े मुद्दों पर अपडेट निकलकर सामने आए हैं। आइए जानते हैं।
जयपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की अहम बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा हुई। बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल सन्तोष भी मौजूद रहे।
भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए फुल एक्शन मोड में आ गई है। पार्टी ने टिकट बंटवारे में मंत्रियों व सांसदों के साथ जो एक्सपेरिमेंट किया है उससे केवल विपक्ष नहीं बल्कि खुद के नेताओं को भी एक बड़ा मैसेज दिया है।
भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में सीएम उम्मीदवार का चेहरा प्रोजेक्ट किए बिना अगले विधानसभा चुनावों में उतरेगी।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'गारंटी' वाले बयान को लेकर जमकर निशाना साधा है। इसके अलावा उन्होंनें कहा कि बीजेपी एक डूबता हुआ जहाज है और उसके ज्यादातर सहयोगी उससे अलग हो रहे हैं।
जयपुर में पीएम मोदी सोमवार को भाजपा की परिवर्तन संकल्प रैली में शामिल हुए थे। इस दौरान मंच पर एक महिला ज्योति मिर्धा दिखाई दीं, जिन्होंने हालही में बीजेपी का दामन थामा है। नए पार्टी सदस्य को अचानक पीएम मोदी के साथ मंच पर जगह देना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पीएम मोदी ने जयपुर में आमसभा को संबोधित करते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा।
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गहलोत सरकार में राजस्व मंत्री रामलाल जाट समेत पांच लोगों के खिलाफ डरा-धमकाकर ग्रेनाइट की खान हड़पने और वहां से करीब पांच करोड़ की चोरी का मामला दर्ज किया गया है।
राजस्थान में जब चार जगहों से परिवर्तन यात्राएं शुरू हुईं तो वसुंधरा राजे केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंच साझा करती नजर आईं। हालांकि, इसके बाद वह करीब 18 दिनों तक इन यात्राओं से दूर रहीं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राजस्थान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कन्हैयालाल की हत्या जैसी वारदात उनके सूबे में होती तो वह 10 मिनट में हिसाब बराबर कर देते जबकि अशोक गहलोत सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
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