मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से आश्चर्यजनक फुटेज सामने आए हैं। माना जा रहा है बिजली की चमक जैसी ये लकीरें उल्का हैं। इस फुटेज को महाराष्ट्र के नागपुर और मध्य प्रदेश के झाबुआ एवं बड़वानी जिलों में देखे जाने की खबर है।
आईपीएल 2022 में हार के साथ शुरुआत करने वाली मुंबई इंडियंस के लिए दूसरे मैच से पहले बड़ी खुशखबरी सामने आई है। सूर्यकुमार यादव उंगली की चोट से उबर कर अब टीम के साथ जुड़ गए हैं।
मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने 2021 के मानसून के लिए अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। स्काइमेट वेदर ने इस साल देश में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बरसात होने का अनुमान लगाया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी स्काइमेट वेदर ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी।
स्काईमेट वेदर का यह भी पूर्वानुमान है कि फिलहाल हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों की तरफ बना हुआ मानसून ट्रफ रविवार से वापस दिल्ली के आसपास आ जाएगा।
1000 साल में पहली बार कोई धूमकेतु NEOWISE पृथ्वी के बेहद नजदीक से होकर गुजरने वाला है।
काईमेट ने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून 2020 आखिरकार भारत की धरती पर पहुंच गया। मानसून अपने वास्तविक सामान्य तारीख से पहले ही पहुंच गया है।
लंबे समय तक लू से राहत के बाद अब दिल्ली में तापमान में वृद्धि शुरू हुई है। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर में बारिश नहीं हुई है, जिसकी वजह से आसमान साफ और मौसम शुष्क बना हुआ है और तापमान बढ़ने लगा है।
तीन महीने की अवधि का मॉनसून से पहले का सीजन- मार्च, अप्रैल और मई 25 प्रतिशत कम वर्षा के साथ समाप्त हुआ।
स्काईमेट ने कहा है कि मानसून 2019 22 मई को अंडमान और निकोबाद द्वीप पर पहुंचेगा।
स्काइमेट वेदर के मुताबिक इस साल सामान्य से बहुत ज्यादा यानि 110% से अधिक बरसात की जरा भी संभावना नहीं है, सामान्य से ज्यादा (105%-110%) बरसात की संभावना भी नहीं है, जबकि सिर्फ 30 प्रतिशत संभावना सामान्य (96%-104%) बरसात की है
राजस्थान उच्च न्यायालय ने राबर्ट वाड्रा और उनकी मां नौरीन वाड्रा समेत स्काईलाइट होस्पिटेलिटी लिमिटेड कंपनी के साझीदारों को कंपनी द्वारा धनशोधन करने के आरोपों का जवाब देने के लिए 12 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष उपस्थित होने को कहा है
इस बार मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान सामान्य के मुकाबले 91 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई है
पूरे मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान अगर बारिश की कमी 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा हो तो सीजन को सूखा घोषित कर दिया जाता है।
नेपाल की पहाड़ियों से आने वाले बारिश के पानी की वजह से भी जलस्तर में वृद्धि होगी। लगातार होने वाली इन बारिशों के चलते बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं।
स्काइमेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हल्की से माध्यम के बीच थी।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।
इस साल मानसून की समय से पहले शुरुआत के बाद अब यह सुस्त पड़ गया है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि 22 जून से पहले मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद कम है, महेश के मुताबिक 22 जून के बाद ही मानसून मध्य भारत की ओर बढ़ेगा और तबतक मध्य भारत में बरसात होने की उम्मीद कम ही है
देश की राजधानी दिल्ली में छाई धूल से अभी राहत मिलने की उम्मीद कम है। मौसम वैज्ञानिक मान रहे हैं कि अगले 2-3 दिन तक दिल्ली में मौसम ऐसा ही बना रहने की आशंका है। मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के मुताबिक 16 जून तक दिल्ली के मौसम में धूल छायी रहने की आशंका है
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देशवासियों के लिए अच्छी खबर है। मानसून तय समय से पहले ही पूरे देश में दस्तक देने जा रहा है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट की मानें तो मानसून दिल्ली में 22 जून को आ रहा है।
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