एनटीसीए वेबसाइट के अनुसार, 2022 के दौरान मध्य प्रदेश में दर्ज 34 बाघों में से सबसे अधिक बाघों की मौत बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में इुई, जहां 12 महीने की अवधि में नौ बाघों की मौत हुई, इसके बाद पेंच (पांच) और कान्हा (चार) का स्थान रहा।
एटीआर अधिकारियों के मुताबिक, सर्जरी से उबरने वाला बाघ अब शिकार करने में सक्षम नहीं है। वह खरगोश का मांस, बीफ और चिकन खा रहा है। यह बाघ की शिकार करने की क्षमता को कम कर देगा।
कूनो नेशनल पार्क में आए 8 चीतों के बाद अब सरकार 14 और चीतों को अफ्रीका से लाएगी। इस बारे में संसद में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अहम जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर के तहत चीतों के दोबारा वापसी के लिए सरकार संकल्पित है। इसके लिए बजट भी आवंटित है।
टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में एक बार फिर एक बाघ ने एक ग्रामीण की जान ले ली। सिवनी जिले के एक गांव में टाइगर ने एक व्यक्ति पर हमला कर उसे मार डाला।
कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीते देशभर की सुर्खियों में रहे हैं। सभी 8 चीते अब बड़े बाड़े में आ गए हैं। इसी बीच नामीबिया के बाद अब दक्षिण अफ्रीका से भी चीते लाए जाएंगे। संभवतः इसी दिसंबर माह में 12 चीते लाए जा सकते हैं। इसके लिए दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति के पास पेपर पहुंच चुके हैं।
भारत में बसाने की योजना के तहत नामीबिया से 17 सितंबर को 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चीतों को बाड़ों में छोड़ा था।
17 सितंबर 2022 को नामीबिया से भारत लाए गए 8 चीतों में से 2 चीतों को 5 नवंबर को बड़े बाड़े में छोड़ा गया था। जिसके बाद इन दोनों चीतों ने भारत में अपना पहला शिकार किया है। अभी तक इन्हें छोटे बाड़े में ही खाना दिया जा रहा था। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन चीतों ने रविवार की रात या सोमवार की सुबह शिकार किया है।
भारत में बसाने की योजना के तहत नामीबिया से 17 सितंबर को चीतों को केएनपी लाया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इन चीतों को बाड़ों में छोड़ा था। पांच नवंबर को इनके यहां 50 दिन पूरे हो गए।
Bihar News: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में एक बाघ ने नौ लोगों की जान ले ली। जिला प्रशासन के आदेश पर इस आदमखोर बाघ को मार दिया गया है।
Bihar News: गोवधार्ना क्षेत्र के सिंगाही गांव में बुधवार की रात अचानक बाघ ने दस्तक दे दी और रामाकांत मांझी की पुत्री बगड़ी अपने घर में सोयी हुई थी। इसी बीच, शिकार की खोज में भटकता हुआ बाघ उसके करीब पहुंच गया। बाघ ने बगड़ी कुमारी के ऊपर हमला कर दिया और उसे खींच कर ले जाने लगा।
Bihar News: मासूम अपने घर में सोयी हुई थी कि तभी शिकार की खोज में भटकता हुआ बाघ उसके करीब पहुंच गया।
MP News: मध्यप्रदेश का कूनो नेशनल पार्क इस समय नामीबिया से आए 8 चीतों के कारण सुर्खियों में है। नेशनल पार्क में इन चीतों के जो नाम रखे गए हैं, वो सामने आए हैं।
Cheetah vs Leopard vs Lion vs Tiger: कई बार देखने में आपको चीता और तेंदुआ एक जैसे लग सकता है। इसी तरह शेर और बाघ भी कई बार लोगों को कन्फ्यूज करता है। मगर ये चारों ही बिल्कुल अलग-अलग जानवर हैं।
PM Narendra Modi Birthday: पीएम मोदी समरकंद में संपन्न हुई शंघाई समिट से भारत आ चुके हैं, चीतों का वेलकम करने के लिए वे आज एमपी के कुनो नेशनल पार्क पहुंचेंगे।
History of Cheetah: भारत में 70 वर्ष बाद फिर से चीतों की दहाड़ सुनने को मिलेगी। वर्ष 1952 में भारत से चीते पूरी तरह खत्म हो गए थे। इसके बाद इन्हें विलुप्त घोषित कर दिया गया। अब दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया प्रांत से आठ चीते विशेष विमान से भारत लाए जा रहे हैं।
MP News: मध्य प्रदेश के जंगल में इन दिनों एक बाघिन सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। 'बाघिन मौसी' के नाम से लोग इसे बुला रहे हैं।
हम देश में 'सेव टाइगर्स' का कैंपेन चला रहे हैं, लेकिन ज़मीन पर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उसे देखर नहीं लगता कि ये कैंपेन काम कर रहा है। दरअसल, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस साल एक जनवरी से 15 जुलाई तक देश में कुल 74 बाघों की मौत हुई है।
Tiger attacked farmer: बाघ भारत का ही है या फिर नेपाल सीमा से आया है, इसका पता लगाने के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और डब्ल्यूटीआई की टीमें तैनात की गई हैं। अधिकारी के मुताबिक, क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है और ग्रामीणों से लगातार अपील की जा रही है कि वे जंगल की तरफ न जाएं।
UP News: लखीमपुर खीरी जिले के दुधवा बफर जोन के जंगलों से भटके एक बाघ ने राम जानकी मंदिर के पुजारी पर हमला कर मार डाला।
मादा बाघ चेरी को महाराष्ट्र के नागपुर के महाराजा बाग चिड़ियाघर से वन्य प्राणी आदान-प्रदान के तहत 22 दिसंबर 2011 को कानन पेंडारी लाया गया था।
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