दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को होने वाली किसान ट्रेक्टर रैली को लेकर कमर कस ली है। कल होने वाले ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने सशर्त NOC जारी कर दी है। किसानें को 37 शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली की परमिशन मिली है।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के एसएस पंधेर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब हमें कल रात पता चला कि घोषित मार्ग तय किए गए से अलग हैं, तो हमने नाराजगी व्यक्त की और अपनी समिति के भीतर बैठक की। हम शाम को ट्रैक्टर परेड के लिए मार्गों की घोषणा करेंगे।
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि हमें लगता है कि ट्रैक्टर रैली के लिए हमें जिस तरह की अनुमति दी गई है वह सही नहीं है। हम ओल्ड रिंग रोड पर जाना चाहते थे, लेकिन हमें सशर्त अनुमति दी गई और उस हिस्से की अनुमति दी गई है जो बड़े पैमाने पर हरियाणा के अंतर्गत आता है।
किसान नेताओं ने पुलिस को सौंपा ट्रैक्टर रैली का रूट प्लान, जानिए कहां कहां से निकलेगी परेड
26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर स्थिति साफ हो गई है। दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच 26 जनवरी पर परेड निकालने को लेकर सहमति बन गई है।
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालने पर किसान नेता अड़े हुए हैं। इस संबंध में आज फिर किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच एक मीटिंग होनेवाली है।
आंदोलनरत किसानों ने दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की योजना बनाई है लेकिन पंजाब के संगरूर के तीन दोस्तों ने इस अवसर पर ट्रैक्टर की बजाय कार पर किसानों के समर्थन में पोस्टर लगाकर रैली में शामिल होने का निर्णय लिया है।
बैठक के बाद क्रांतिकारी किसान संघ के नेता दर्शन पाल ने बताया कि सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कहा है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड की अनुमति नहीं दी जा सकती है। हमने भी स्पष्ट कर दिया है कि हम वहां पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। केंद्र सरकार के साथ कल की मीटिंग के बाद हम पुलिस के साथ एकबार फिर से मीटिंग करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने धमकी देते हुए कहा कि हम रैली निकालेंगे, किसमें हिम्मत है जो हमें रोके।
एक तरफ किसानों और सरकार की आज बातचीत होगी.. वहीं दूसरी ओर ट्रैक्टर रैली पर आज सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर सुनवाई है।
एक तरफ किसानों और सरकार की आज बातचीत होगी.. वहीं दूसरी ओर ट्रैक्टर रैली पर आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक बार फिर सुनवाई है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसान दिल्ली में 26 जनवरी को विशाल ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हैं। किसान ट्रैक्टर रैली पर अड़े हैं और देशभर के किसानों को ट्रैक्टर लेकर दिल्ली बुला रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट में आज इसी मामले में एक अहम सुनवाई होनी है। किसान संगठनों ने ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी है। गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के विरोध में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च कर पाएंगे या नहींए आज इस पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है।
किसान संगठनों की गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के विरोध में लगाई गई याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पायी है। दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगी।
Tractor Rally: रविवार को लुधियाना से बड़ी तादाद में किसानों ने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की तरफ कूच की। समूह में शामिल एक किसान ने कहा कि हम आने वाले 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे।
सोनालिका समूह के कार्यकारी निदेशक रमन मित्तल ने कहा कि टाइगर इलेक्ट्रिक से भारतीय किसानों की पैदावार बढ़ने के साथ ही मुनाफा भी बढ़ेगा।
ब्याज पर ब्याज से छूट योजना में एमएसएमई ऋण, शिक्षा ऋण, गृह ऋण, उपभोक्ता सामान ऋण, क्रेडिट कार्ड बकाया, ऑटोमोबाइल ऋण, प्रोफेशनल्स के लिए पर्सनल लोन और उपभोग ऋण के तहत 2 करोड़ रुपए तक के ऋण को शामिल किया गया है।
अनुराग ठाकुर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ लोग ट्रैक्टर पर सोफे की सीट लगाकर किसानों के लिए आंदोलन करने जाते हैं, इससे उनका असली चेहरा देखने को मिलता है।
बिहार के गया में लौंगी भुईयां ने कर्मठता की मिसाल पेश करते हुए 20 साल में पांच किलोमीटर लंबी नहर खुद ही खोद डाली। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा इन लौंगी भुईया से इतने प्रभवित हुए की उन्होनें इनके लिए ईनाम की घोषणा कर दी।
अभिनेता सोनू सूद ने आंध्र प्रदेश के एक किसान को घंटों के भीतर एक ट्रैक्टर मुहैया करा दिया। किसान बैल किराए पर न ले पाने के कारण अपनी बेटियों का इस्तेमाल जुताई के लिए कर रहा था।
सोनू सूद मजबूर किसान की मदद के लिए आगे आए हैं। वह किसान को ट्रैक्टर दे रहे हैं ताकि उनकी बेटी खेत जोतने की जगह पढ़ाई कर सके।
इटावा जिले के सुदूरवर्ती चम्बल घाटी क्षेत्र मे बुधवार को पांडरी आश्रम से पूजा अर्चना कर वापस लौट रहे तीन लोगों की मौत ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से हो गई जबकि अन्य डेढ़ दर्जन श्रद्धालु हादसे में घायल हुए हैं।
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