वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2016 के 118 अरब डॉलर से बढ़कर 2017 में 140 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है।
विश्व की सात बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं सबसे अधिक हैं। एक प्रमुख वैश्विक लॉजिस्टिक कंपनी के अध्ययन में यह बात सामने आयी है।
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने चीनी मुद्रा युआन को द्विपक्षीय व्यापार और निवेश गतिविधियों के लिए उपयोग करने की अनुमति दे दी है। इस कदम के बाद युआन सीपीईसी (चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) परियोजनाओं में लेनदेन के लिए डॉलर की जगह ले सकता है।
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के आरपार सड़क मार्ग से यात्रा और कारोबार बंद होने से 81 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
वैश्विक रुझान और स्थानीय खरीद में भारी वृद्धि के चलते सर्राफा बाजार में आज सोना 340 रुपए बढ़कर 29,890 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया।
Brexit के बाद अपने कारोबारी संबंधों को गति देने के लिहाज से ब्रिटिश सरकार की नजर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) में सहयोगी बनने पर है।
निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो ने कहा है कि भारत और ईरान के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कृषिं जिंसों पर शुल्कों को तर्कसंगत करने की जरूरत है।
चीन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी तरह के ट्रेड वार से नुकसान के अलावा कुछ और हासिल नहीं होगा।
आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को उचित जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री ने MFN: मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जे की समीक्षा करने के लिए बैठक बुलाई है।
चीन में भारतीय राजनयिक मिशन ने भारत के व्यापारियों को आगाह करते हुए कहा है कि उन्हें आर्डर किए गए सामान के बदले बालू, पत्थर, नमक, ईंट आदि मिल सकते हैं।
भारत को सात सदस्यीय समूह बिमस्टेक के साथ व्यापार वार्ता अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उद्योग मंडल एसोचैम ने यह कहा।
20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं ने बढ़ते व्यापार विरोधी कदमों के कारण वैश्विक आर्थिक नरमी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के संचालन में सुधार करने पर सहमति जताई।
भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड आर. वर्मा का कहना है कि भारत और अमेरिका का लक्ष्य अपने व्यापार को चार गुना बढ़ाकर 500 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंचाने का है।
भारत में सुधार संबंधी उठाए गए कदमों के बाद अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिल सकता है।
केंद्रीय उत्पाद शुल्क संग्रह में बढोतरी के चलते अप्रैल महीने में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 41 फीसदी बढ़कर 64,394 करोड़ रुपए हो गया।
नकली सामान के निर्यात में भारत का स्थान 5वां है जबकि 500 अरब डॉलर के अनुमानित पायरेटेड वस्तुओं के आयात में 63 फीसदी हिस्सेदारी के साथ चीन शीर्ष पर है।
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