कोलंबो: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मालदीव का दो दिवसीय दौरा किया था। यहां माले के वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पीएम मोदी का शानदार स्वागत किया था। पीएम मोदी के बाद अब श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके सोमवार को मालदीव की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दिसानायके मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के न्योते पर 28 से 30 जुलाई तक मालदीव की यात्रा करेंगे। दोनों राष्ट्रपति द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेंगे।
दिसानायके की पहली मालदीव यात्रा
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य परस्पर लाभकारी क्षेत्रों में मालदीव और श्रीलंका के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। पिछले साल सितंबर में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दिसानायके की यह पहली मालदीव यात्रा होगी। उनकी पहली यात्रा भारत की थी। उसके बाद, उन्होंने चीन और संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी। यह यात्रा मालदीव और श्रीलंका के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
क्या बोले श्रीलंका के विदेश मंत्री?
श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिथा हेराथ के अनुसार, इनमें से एक समझौता ज्ञापन मालदीव के नागरिकों को एक वर्ष के लिए वैध वीजा प्राप्त करने की अनुमति देगा। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मालदीव वासी स्वास्थ्य पर्यटन के लिए श्रीलंका आते हैं। श्रीलंका 2023 से मालदीव वासियों को मुफ्त पर्यटक वीजा प्रदान कर रहा है।
मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को लेकर क्या कहा?
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, पीएम मोदी की यात्रा के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा था, "भारत लंबे समय से मालदीव का सबसे करीबी और सबसे विश्वसनीय साझेदार रहा है। हमारा सहयोग सुरक्षा और व्यापार से लेकर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और उससे भी आगे तक, कई क्षेत्रों में फैला हुआ है, जो हमारे नागरिकों के रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करता है। मेरी सरकार का दृष्टिकोण स्पष्ट है, एक लचीली, समावेशी और दूरदर्शी अर्थव्यवस्था का निर्माण करना जो हमारे युवाओं को सशक्त बनाने, डिजिटल युग में फलने-फूलने और हमारे साझा क्षेत्र में स्थायी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जीवंत हो। इन लक्ष्यों की प्राप्ति में, भारत की साझेदारी अमूल्य है।"
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू संयुक्त प्रेस वार्ता को भी संबोधित किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है। मालदीव भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ पॉलिसी और महासागर विजन दोनों में एक अहम स्थान रखता है। भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है। आपदा हो या महामारी, भारत हमेशा फर्स्ट रिस्पांडर बनकर साथ खड़ा रहा है। एसेंशियल कमोडिटी उपलब्ध कराने की बात हो या कोविड के बाद अर्थव्यवस्था को संभालना, भारत ने हमेशा साथ मिलकर काम किया है। हमारे लिए दोस्ती हमेशा पहले स्थान पर है।” (भाषा)
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